Rajasthan: नीट और जेईई में फर्जीवाड़े का खुलासा, तीन गिरफ्तार

Rajasthan अजमेर पुलिस ने नीट और जेईई में फर्जीवाड़े का खुलासा कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग नीट व जेईई परीक्षाओं में असली परीक्षार्थियों के बदले फर्जी परीक्षार्थियों को बैठाया जाकर उक्त परीक्षा में चयन करवाने के लिए प्रत्येक परीक्षार्थियों से करीबन 30 लाख रुपये वसूलते थे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 09:04 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 09:04 PM (IST)
Rajasthan: नीट और जेईई में फर्जीवाड़े का खुलासा, तीन गिरफ्तार
नीट और जेईई में फर्जीवाड़े का खुलासा, तीन गिरफ्तार। फाइल फोटो

अजमेर, संवाद सूत्र। राजस्थान में अजमेर रेंज पुलिस ने नीट, जेईई, कामेड परीक्षा में फर्जी विद्यार्थियों को बैठाकर धोखाधड़ी करने वाले राष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। अजमेर पुलिस रेंज महानिरीक्षक एस सेंगाथिर ने शुक्रवार को मीडिया में जारी एक प्रेस नोट के माध्यम से बताया कि ग्राम होलाबास, तहसील बानसुर जिला अलवर निवासी अर्पित स्वामी पुत्र ओमप्रकाश, विकास विहार उत्तम नगर वेस्ट दिल्ली निवासी गजेन्द्र स्वामी उर्फ राहुल पुत्र रमेश कुमार तथा महावीर नंबर दो मकान नंबर 1092 ब्रह्मानन्द दाधीच , महर्षि कल्याण कोटा निवासी मोहम्मद दानिश रजा पुत्र मोहम्मद मोबिन को फर्जीवाड़े के आरोप में पकड़ा है।

आरोपितों के कब्जे से डमी भेजे गए 17 लाख रुपये, नीट व जेईई परीक्षाओं में फर्जी विद्यार्थियों को बैठाने से संबंधित संदिग्ध दस्तावेज, मूल पहचान पत्र, मार्कशीट व चार लैपटाप, करीब 40 मोबाइल, पेनड्राइव, हार्ड डिस्क व अन्य संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं।

यह गिरोह नीट व जेईई परीक्षाओं में असली परीक्षार्थियों के बदले फर्जी परीक्षार्थियों को बैठाया जाकर उक्त परीक्षा में चयन करवाने के लिए प्रत्येक परीक्षार्थियों से करीबन 30 लाख रुपये वसूलते थे। इसका खुलासा विशेष टीम ने किया। विशेष टीम ने गोपनीय तरीके से जांच कर कुछ व्यक्तियों के नाम व मोबाइल नंबर व काल्पनिक नाम पता ज्ञात किए तथा मोबाइल नंबरों के संबंध में जांच की गई व मोबाइल नंबरों के उपयोकर्ताओं के नाम पता के संबंध में जानकारी कर भरोसेमंद अनजान व्यक्ति को परीक्षार्थी बनाकर आरोपितों से संपर्क साधा गया। आरोपितों ने नीट, जेईई व कॉमेड परीक्षा में चयन करवाकर राजकीय कालेज आवंटन करवाने की पूर्ण जानकारी व गारंटी दी तथा परीक्षा में असल परीक्षार्थी के स्थान पर किसी दूसरे योग्य परीक्षार्थी जो पूर्व में इन परीक्षाओं में चयनित हो गया हो, को परीक्षा में बैठाकर परीक्षा दिलवाने के लिए बताया तथा परीक्षार्थी के मूल दस्तावेज तथा 10 वीं व 12वीं की अंकतालिका, मूल निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र व परीक्षार्थी के माता-पिता का आधार कार्ड लेकर स्वयं द्वारा प्रवेश फार्म भरकर अपनी इच्छा से परीक्षा केंद्र का चयन करना तथा प्रवेश फार्म में स्वयं के मोबाइल नंबर अंकित किया जाना तय किया।

यह सभी पूर्ति करते हुए आरोपितों ने परीक्षार्थी से एक लाख रुपये एडवांस व परीक्षा के दिन सात से आठ लाख रुपये लेने व परीक्षा के पश्चात कालेज चयन होने पर 21 से 22 लाख रुपये लेना तय किया। इस प्रकार कुल 30 लाख रुपये प्रति परीक्षार्थी के हिसाब से अमानत राशि ली जाती है। आरोपित अर्पित स्वामी की नई दिल्ली में नमस्ते इंडिया कंसल्टेंसी सर्विस के नाम से कार्यालय है। इंटरनेट पर बने वेब पेज पर नमस्ते इंडिया कंसल्टेंसी सर्विस फ्री काउंसलिंग लिखा हुआ है। गजेन्द्र स्वामी जो राहुल नाम से भी पहचाना जाता है, कोटा में मेघावी छात्रों से संपर्क करता रहता है तथा उनको अर्पित से मिलवाता है। मो दानिश कोटा में डा रमेश सर के नाम से जाना जाता है। इस तरह यह गैंग मेडिकल परीक्षा के साथ खिलवाड़ कर छात्रों के साथ धोखाधड़ी कर रहे थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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