Bribe: राजस्थान में रिश्वत लेते चार प्रशासनिक अधिकारी गिरफ्तार

Bribe जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड के ओएसडी और राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी वीरेंद्र वर्मा व लेखाधिकारी को महेश कुमार गोयल को दिल्ली की बस सर्विस कंपनी पारस ट्रेवल्स के मालिक नरेश सिंघल और अनुज अग्रवाल से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 08:46 PM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 08:46 PM (IST)
Bribe: राजस्थान में रिश्वत लेते चार प्रशासनिक अधिकारी गिरफ्तार
राजस्थान में रिश्वत लेते चार प्रशासनिक अधिकारी गिरफ्तार। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। Bribe: राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने शनिवार को राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सहित चार लोगों को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है। अधिकारी और उसके साथ एक अधिकारी को रिश्वत लेते हुए व दो को देते हुए गिरफ्तार किया गया है। रिश्वत का सौदा चार लाख रुपये में हुआ था। ब्यूरो के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि मुखबीर की सूचना पर जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड के ओएसडी और राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी वीरेंद्र वर्मा व लेखाधिकारी को महेश कुमार गोयल को दिल्ली की बस सर्विस कंपनी पारस ट्रेवल्स के मालिक नरेश सिंघल और अनुज अग्रवाल से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।

रिश्वत की रकम वर्मा व लेखाधिकारी ने बंस कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट की शर्ताें में छूट देने के लिए मांगी थी। इस पर कंपनी के दोनों मालिक उन्हें रिश्वत दे रहे थे। इन दोनों को रिश्वत देने के आरोप में पकड़ा गया है। चारों से पूछताछ की जा रही है। ब्यूरो की टीम ने यह कार्रवाई अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक बजरंग सिंह शेखावत के नेतृत्व में की। सोनी ने बताया कि जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड में 100 बसों के टेंडर आवंटन, संचालन में सुविधा और सब्सिडी शीघ्र जारी करने के बदले दोनों अधिकारियों ने चार लाख की रिश्वत मांगी थी। कंपनी के दोनों मालिक रिश्वत देने जयपुर आए थे। उल्लेखनीय है कि स्वायत्त्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने शनिवार सुबह ही जयपुर में 50 नई बसों का संचालन शुरू किया था। इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजन कर्ता वीरेंद्र वर्मा ही थे। वे पूरे कार्यक्रम में धारीवाल के साथ रहे। इस कार्यक्रम के करीब छह घंटे बाद वर्मा सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। गौरतलब है कि राजस्थान के कई जिलों में इससे पहले भी रिश्वत लेते हुए कई अधिकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एसीबी रिश्वत के मामलों में बड़ा खुलासा कर सकती है। 

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