Nokha Jail: राजस्थान में नोखा जेल से फरार हुए पांच कैदी, तलाश में जुटी पुलिस

Rajasthan बीकानेर जिले के नोखा जेल से पांच कैदी फरार हो गए। नोखा उप कारागार में यह घटना मंगलवार देर रात करीब तीन बजे हुई। कैदियों के फरार होने की जानकारी जेल स्टाफ को करीब दो घंटे बाद मिली। स्टाफ ने उच्च अधिकारियोें को इस घटना की जानकरी दी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 03:48 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 04:37 PM (IST)
Nokha Jail: राजस्थान में नोखा जेल से फरार हुए पांच कैदी, तलाश में जुटी पुलिस
बीकानेर की नोखा जेल से पांच कैदी फरार, तलाश में जुटी पुलिस। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। Nokha Jail: राजस्थान में नोखा जेल से फरार हुए पांच कैदी, तलाश में जुटी पुलिस राजस्थान में बीकानेर जिले के नोखा जेल से पांच कैदी फरार हो गए। नोखा उप कारागार में यह घटना मंगलवार देर रात करीब तीन बजे हुई। कैदियों के फरार होने की जानकारी जेल स्टाफ को करीब दो घंटे बाद मिली। स्टाफ ने उच्च अधिकारियोें को इस घटना की जानकरी दी। पुलिस तक मामला पहुंचा। जिले के सभी पुलिस थानों को अलर्ट किया गया है। अब तक फरार कैदियों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। पुलिस के अनुसार, फरार होने वाले कैदियों में तीन हनुमानगढ़, एक नोखा और एक हरियाणा का रहने वाला है। फरार होने वाले कैदियों ने पहले अपनी सेल की दीवार तोड़ी फिर एक खिड़की को तोड़कर बाहर आ गए। इसके बाद फिर कंबल की रस्सी बनाकर दीवार पर चढ़े और फिर वहां से कूदकर फरार हो गए।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि फरार होने वालों में एक हरियाणा के सदलपुर निवासी अनिल पंडित, दूसरा नोखा तहसील के कुचौर आगुणी मनदीप सिंह और तीन हनुमानगढ़ के रहने वाले हैं। इनमें एक सुरेश कुमार वार्ड नंबर 22, दूसरा खारिया गांव का मनदीप सिंह और तीसरा सलीम खान है। इन्हें तलाशने के लिए उप अधीक्षक नेम सिंह के नेतृत्व में तीन पुलिस टीम गठित की गई है। बीकानेर जिले के साथ ही आसपास के सभी पुलिस थानों को अलर्ट किया गया है। जेल का भवन और उसमें लगी खिड़कियां काफी पुरानी होने के कारण कैदियों को फरार होने में आसानी हुई। जेल की जिस सेल में कैदियों को रखा गया था, जो खिड़की थी, वह काफी पुरानी थी।

कैदी इसे तोड़कर आसानी से फरार हो गए। जेल में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए थे। जेल के बाहर की दीवार मात्र सात फीट ऊंची थी। 14 जेल कर्मियों के स्टाफ में किसी की भी ड्यृटी अंदर नहीं थी। जेल स्टाफ को बुधवार सुबह पांच बजे घटना का पता चला। आशंका है कि कैदियों के फरार होने की योजना पहले से बनाई जा रही होगी। जेल के बाहर पहले से वाहन खड़ा होगा, जिसमें बैठकर वे फरार हो गए। पुलिस जेलकर्मियों के इस योजना में शामिल होने की आशंका भी जताते हुए जांच कर रही है। उल्लेखनीय है कि पांच अप्रैल को जोधपुर जिले में फलौदी जेल से 16 कैदी फरार हो गए थे । इसमें जेलकर्मियों की मिलीभगत सामने आई है। सरकार ने जेलकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की है। 

chat bot
आपका साथी