Patwari Exam: राजस्थान पटवारी परीक्षा में आठ डमी कैंडिडेट और 15 पेपर बेचते हिरासत में
Rajasthan राजस्थान पटवारी परीक्षा में डूंगरपुर बीकानेर जोधपुर जयपुर और बारां में पुलिस की पकड़ में आठ डमी कैंडिडेट आए हैं। वहीं जोधपुर तथा भरतपुर सहित प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में परीक्षा का पेपर बेचने के मामले 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
उदयपुर/जोधपुर, जेएनएन। राजस्थान शिक्षक अहर्ता परीक्षा (रीट) के बाद एसआइ और शनिवार को पहले चरण की हुई पटवारी परीक्षा में भी नकल गिरोह की सक्रियता सामने आई है। डूंगरपुर, बीकानेर, जोधपुर, जयपुर और बारां में पुलिस की पकड़ में आठ डमी कैंडिडेट आए हैं। वहीं, जोधपुर तथा भरतपुर सहित प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में परीक्षा का पेपर बेचने के मामले 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है। हालांकि फिलहाल यह जांच की जा रही है कि वह जिन पेपरों को बेचते पकड़े गए, वह असली हैं या नहीं। पटवारी परीक्षा का पेपर बेचने के मामले में भरतपुर जिले से सर्वाधिक दस तथा जोधपुर जिले से पांच जनों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। जबकि उदयपुर संभाग के डूंगरपुर सहित विभिन्न जिलों से पकड़े गए डमी कैंडिडेट से भी पूछताछ की जा रही है। जोधपुर जिला पुलिस ने ऐसे पांच लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिन्हें पटवारी भर्ती परीक्षा के पेपर कई अभ्यर्थियों को बेचे। इसी तरह भरतपुर जिले में दस लोगों को पकड़ा गया है। जिनके पास मिले पेपर की मिलान की जा रही हैं कि वह असल हैं या नकली।
जयपुर में ब्लू टूथ से नकल कराते पकड़ा
जयपुर में आदर्शन नगर स्थित परीक्षा केंद्र से पुलिस ने एक युवक को ब्लू टूथ के जरिए पटवारी परीक्षा में नकल कराते पकड़ा है। वह परीक्षा केंद्र में ब्लू टूथ लेकर आया था और पुलिस की पकड़ में आ गया। बारां में पुलिस ने असली अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देते हुए दो डमी कैंडिडेट को पकड़ा है। जिनमें दौसा निवासी चेतन मीणा, जबकि बिहार की राजधानी पटना का रोशन कुमार शामिल है। दोनों क्रमश: दौसा निवासी दिलराज और कान्हासर जोधपुर के रोहिताश की जगह पेपर देने पहुंचे थे। बिहारी युवक रोशन कुमार के तीन अन्य साथियों को भी हिरासत में लिया गया है, जो डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा देने आए थे। इसके अलावा दो अन्य डमी कैंडिडेट भी पुलिस की हिरासत में है।
डूंगरपुर में डमी कैंडिडेट ने बताया डेढ़ लाख में किया सौदा
पटवारी परीक्षा के लिए डूंगरपुर जिला मुख्यालय के बोरी स्थित गुरुकुल कालेज परीक्षा केंद्र के डमी कैंडिडेट के रूप में पुलिस ने पाली निवासी अशोक कुमार को हिरासत में लिया है। वह बांसवाड़ा निवासी भरत सिंह मुनिया की जगह परीक्षा दे रहा था। पुलिस पूछताछ में अशोक कुमार ने कबूल किया है कि वह डेढ़ लाख रुपये लेकर डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा देने आया था। हालांकि वह प्रवेश पत्र तथा आईडी कार्ड में लगे फोटो के आंशिक अंतर के चलते बच गया था, लेकिन उनकी बोलचाल की भाषा के चलते पुलिस और परीक्षा केंद्र अधीक्षक को उस पर शक हो गया। उसी शक के आधार पर उससे पूछताछ की तो उसने गुनाह कबूल कर लिया।
रीट में नकल करोन वाले अभी भी पकड़ से बाहर
उल्लेखनीय हे कि रीट पेपर के दौरान चप्पल में डिवाइस लगाकर नकल कराने वाला तुलसाराम अभी फरार है। पुलिस ने उसके भतीजे सौरव कालेर के घर छापा मारा लेकिन वह भी नहीं मिला। सौरव के बारे में पुलिस को पता चला कि वह नकल कराने वाला सामान बेचता है। छापा मारा। पुलिस को सूचना मिली कि सौरव नकल कराने का सामान बेच रहा है। उसके मकान की तलाशी में नकल कराने का काफी सामान मिला। इस मामले से जुड़े उम्मेदाराम व चौधरी कॉलोनी निवासी राजाराम को पुलिस ने ब्लूटूथ के साथ गिरफ्तार किया था।
जोधपुर में पटवारी भर्ती का डमी पेपर बेचने वाले गिरोह के पांच पकड़े
जोधपुर, संवाद सूत्र के मुताबिक, राजस्थान पटवारी भर्ती परीक्षा शनिवार से शुरू हो गई। इसके साथ ही जोधपुर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड पुलिस ने पटवारी भर्ती परीक्षा में डमी पेपर बेचने वाले गिरोह को पकड़ा है। पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दो लाख रुपये की नगदी बरामद की है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। इधर, महिला अभ्यर्थियों की परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा दो पारी में हुई। रविवार को भी दो पारियों में परीक्षा होगी। रीट और सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में हुई धांधली के बाद इस परीक्षा में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए। इसी के चलते पटवारी भर्ती परीक्षा का पेपर लाखों रुपये में बेचने का मामला सामने आया है। जिन लोगों ने पेपर लेकर परीक्षार्थियों को बेचा, उनको भी यह पता नहीं था कि पेपर डमी है। यानी जो प्रश्न पत्र बेचा गया, उसके प्रश्न परीक्षा में नहीं आए हैं लेकिन इस गिरोह ने कई लोगों को डमी पेपर बेचकर लाखों रुपये कमा लिए।
नकदी बरामद
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड के थानाधिकारी लिखमाराम ने बताया कि पुलिस को पटवारी परीक्षा का पेपर बेचे जाने को सूचना मिली थी, जिसके आधार पर सेक्टर 21 में एक अपार्टमेंट के पास दबिश देकर पांच लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे दो लाख रुपये भी बरामद हुए हैं। इन सभी से पूछताछ जारी है। प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया है कि इन लोगों ने पटवारी भर्ती परीक्षा का पेपर कई लोगों को बेचा, जिसके बदले लाखों रुपये भी लिए गए लेकिन वो पेपर डमी निकला है। पुलिस उनसे पेपर संबंधी पूछताछ कर रही है। इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं और किन परीक्षार्थियों ने पेपर खरीदा गया था, इसका पता लगाया जा रहा है। जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल टीम भी शहर में अलग-अलग जगह पर पटवार भर्ती परीक्षा को लेकर सघन तलाशी कर रही है।
पुलिस के हैं माकूल बंदोबस्त
जोधपुर में पटवारी भर्ती परीक्षा के लिए 44 सरकारी व 59 निजी शिक्षण संस्थाओं में 103 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा में नकल की रोकथाम के लिए कड़े प्रबंध किए गए। परीक्षा केंद्र में प्रवेश देने से पूर्व सभी अभ्यर्थियों की गहन जांच की गई। जिला कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह और पुलिस कमिश्नर जोस मोहन के निर्देशन में की गई चाक चौबंद व्यवस्थाओं के साथ 20 सतर्कता दल गठित किए गए।
जोधपुर सहित प्रदेश के सात जिलों में नेटबंदी
राजस्थान में पटवारी भर्ती परीक्षा शुरू होने से पहले ही जोधपुर समेत प्रदेश के सात जिलों में सरकार ने शनिवार को नेटबंदी लगा दी है। ऐसे में जयपुर, बीकानेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, दौसा सवाईमाधोपुर, नागौर, अजमेर, जोधपुर और भरतपुर में शनिवार सुबह छह बजे से नेटबंदी कर दी गई, जो शाम बजे तक रहेगी, इसके अलावा रविवार को भी सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा। इस दौरान लीज लाइन को छोड़कर समस्त प्रकार की इंटरनेट सेवा बंद रहेगी। नेटबंदी के आदेश में कहा गया है कि दोनों दिन सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक 2जी, 3जी और 4जी डाटा, इंटरनेट सर्विस, बल्क एसएमएस, वाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर सहित सभी सोशल मीडिया माध्यम बंद रहेंगे। इस दौरान लैंडलाइन, मोबाइल, लीज लाइन और ब्राडबैंड से वाइस काल हो सकेगी। इस दौरान अस्पताल, इंडस्ट्री और बैंक एरिया में छूट रहेगी। इस दौरान अगर कोई प्रतिबंधित एरिया में मोबाइल डाटा का उपयोग करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकेगी।