राजस्थान के जोधपुर रेलवे अस्पताल में हुआ 5 किलो वजनी शिशु का जन्म

जोधपुर के रेलवे अस्पताल में 5 किलो वजनी शिशु का जन्म हुआ है। सिजेरियन ऑपरेशन से हुई सफल डिलीवरी के बाद चिकित्सकों के दल सहित समूचे स्टाफ ने खुशी जाहिर की है और अस्पताल में ही इस बालक का नामकरण लड्डू गोपाल रखा गया है।

By PRITI JHAEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 01:59 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 02:04 PM (IST)
राजस्थान के जोधपुर रेलवे अस्पताल में हुआ 5 किलो वजनी शिशु का जन्म
चिकित्सक के साथ 5 किलो वजन का नवजात लड्डूगोपाल

जोधपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के जोधपुर के रेलवे अस्पताल में 5 किलो वजनी शिशु का जन्म हुआ है। नवजात पूर्णत स्वस्थ है। सिजेरियन ऑपरेशन से हुई सफल डिलीवरी के बाद चिकित्सकों के दल सहित समूचे स्टाफ ने खुशी जाहिर की है और अस्पताल में ही इस बालक का नामकरण लड्डू गोपाल रखा गया है। स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ व वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ नेहा तिवारी ने सिजेरियन आपरेशन कर बच्चे का जन्म कराया।

उत्तर पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी गोपाल शर्मा से मिली जानकारी के अनुसार प्रसव पीड़ा होने पर जोधपुर के रेल सेवा में कार्यरत कर्मचारी की पत्नी को जोधपुर के रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसकी सिजेरियन डिलीवरी 12 जनवरी को करवाई गई। सिजेरियन डिलीवरी पर प्रसूता ने शिशु को जन्म दिया जिसका जन्म के समय वजन 5 किलो था। एक बार प्रसूति रोग विशेषज्ञ और वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ नेहा तिवारी ने बच्चे और जच्चे को ऑब्जर्वेशन में रखा। इसके बाद सब कुछ सामान्य रहने पर उन्होंने शनिवार को प्रसूता को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया। माता और बालक दोनों स्वस्थ है।

चिकित्सक डॉक्टर नेहा तिवारी के अनुसार प्रसूता उच्च रक्तचाप, हेपोथायराइड, शुगर इत्यादि रोगों से प्रभावित थी। इसके अलावा शिशु का वजन भी सामान्य से अधिक होने की वजह से सिजेरियन डिलीवरी करानी पड़ी। प्रसूता 3 वर्ष पूर्व भी सिजेरियन आपरेशन से एक शिशु को जन्म दे चुकी है। प्रसूता और बच्चा दोनों स्वास्थ्य हैं। अस्पताल के प्रसूति रोग विभाग में कार्यरत स्टाफ मैं जच्चा और बच्चा की बड़ी गंभीरता से देखरेख की और नवजात के साथ इतना घुल मिल गए कि उन्होंने सब ने मिलकर ही इसका नाम लड्डू गोपाल रख दिया। शल्य क्रिया में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अनिता बघेल, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ बबिता अंबीश, चीफ नर्सिंग सुपरिन्टेन्डेन्ट बिना देवी आदि ने भी सहयोग किया। उन्हें आज अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया।

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