Rajasthan: जयपुर के पूर्व राजपरिवार की 100 करोड़ की संपत्ति को लेकर विवाद
Rajasthan जयपुर के पूर्व राजपरिवार ने संपत्ति विवाद को लेकर बनीपार्क पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। मुकदमें में आरोप लगाया गया कि पूर्व राजपरिवार की 100 करोड़ रुपये की संपत्ति को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 20 करोड़ रुपये में बेच दिया गया।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर का पूर्व राजपरिवार फिर संपत्ति विवाद को लेकर चर्चा में है। पूर्व राजपरिवार की तरफ से शहर के बनीपार्क पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। मुकदमें में आरोप लगाया गया कि पूर्व राजपरिवार की 100 करोड़ रुपये की संपत्ति को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 20 करोड़ रुपये में बेच दिया गया। पूर्व राजपरिवार की राजमाता पद्मिनी देवी, भाजपा सांसद और राजकुमारी दीया कुमारी व पूर्व महाराज स्वर्गीय भवानी सिंह के वारिस पद्मनाथ सिंह की ओर से केयर टेकर नारायण सिंह ने मुकदमा दर्ज कराते हुए कहा कि हरेंद्र पाल सिंह नामक व्यक्ति ने जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करा कर स्टांप पेपर पर बेचान अपनी पत्नी रूपलता के नाम करा लिया है।
जानें, क्या है मामला
इसके बाद भूमि कारोबारी अभिषेक विजय से मिलकर रियल स्टेट फर्म के मालिक आशीष अग्रवाल को 20 करोड़ में बेच दी। नारायण सिंह का कहना है कि जमीन के बारे में आशीष अग्रवाल को पूरी जानकारी थी, लेकिन जानकारी होने के बावजूद उन्होंने हरेंद्र पाल सिंह से जमीन खरीद ली। आरोप है कि स्वर्गीय भवानी सिंह के स्वामित्व की खसरा नंबर 428 हथरोई गांव में है। यह करीब 70 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन है। 16 अप्रैल, 2011 को भवानी सिंह की मौत के बाद संपत्ति पर उनकी पत्नी पद्मिनी देवी, बेटी दीया कुमारी और पद्मनाभ सिंह का अधिकार हो गया था। पद्मनाभ सिंह दीया कुमारी का पुत्र है। स्वर्गीय भवानी सिंह के कोई पुत्र नहीं होने के कारण उन्होंने अपने दोहिते को गोद लिया था। पुलिस में दर्ज कराए गए मुकदमें में आरोप लगाया गया है कि चंद्रपाल सिंह ने फर्जीवाड़ा कर जमीन का बेचान कर दिया। वर्तमान में इस जमीन की कीमत 100 करोड़ रुपये है। जानकारी के अनुसार, राव चंद्रपाल सिंह और राजपरिवार के बीच पहले से ही एक अन्य जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। गौरतलब है कि जयपुर के अलावा कई अन्य पूर्व राजपरिवारों में भी विवाद के कई मामले सामने आ चुके हैं।