Dengue: राजस्थान में डेंगू पीड़ितों की संख्या सात हजार के पार, चिकित्साकर्मियों के अवकाश रद

Dengue अशोक गहलोत सरकार के सामने अब डेंगू मलेरिया और अन्य मौसमी बीमारियों ने मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। डेंगू के बढ़ते मामलों से चिंतित राज्य सरकार ने चिकित्सा कर्मियों के अवकाश रद कर दिए हैं। चिकित्सा कर्मियों को आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 06:06 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 06:06 PM (IST)
Dengue: राजस्थान में डेंगू पीड़ितों की संख्या सात हजार के पार, चिकित्साकर्मियों के अवकाश रद
राजस्थान में डेंगू पीड़ितों की संख्या सात हजार से अधिक। फाइल फोटो

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में कोरोना संक्रमण पर लगाम लगने से राहत की सांस ले रही अशोक गहलोत सरकार के सामने अब डेंगू, मलेरिया और अन्य मौसमी बीमारियों ने मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। डेंगू के बढ़ते मामलों से चिंतित राज्य सरकार ने चिकित्सा कर्मियों के अवकाश रद कर दिए हैं। चिकित्सा कर्मियों को आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। राज्य सरकार ने बुधवार से तीन नवंबर तक डेंगू मुक्त राजस्थान अभियान शुरू किया है। अब तक राज्य में सात हजार से ज्यादा डेंगू पीड़ित मिल चुके हैं। एक माह में 40 मौतों की बात सामने आई है। हालांकि सरकार की तरफ से मृतकों का कोई अधिकारिक आंकड़ा सार्वजनिक नहीं किया गया है। डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी होते ही अस्पतालों में प्लेटलेटस और खून की कमी सामने आई है। अस्पतालों में एक-एक बेड पर तीन से चार बच्चों को जगह दी गई है। बेड की कमी के चलते दौसा, भरतपुर, करौली, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ जिलों में बच्चों को जमीन पर सुलाकर इलाज किया जा रहा है।

घर-घर सर्वे कराने के निर्देश

इसी बीच, मुख्यमंत्री ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कलेक्टरों और चिकित्सा अधिकारियों से संवाद कर बीमारी से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियां करने के लिए कहा। चिकित्सा मंत्री डा. रघु शर्मा ने जिलों में रेपिड रेस्पांस टीम और 24 घंटे काम करने वाला कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए हैं। डा. शर्मा ने आशा सहयोगिनयों और नर्सिंग कर्मियों के माध्यम से घर-घर सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं। चिकित्सा विभाग अन्य सरकारी महकमों के साथ मिलकर फागिंग और सफाई सहित अन्य गतिविधियां चलाएगा। लोगों को जागरूक करने के लिए स्थानीय अधिकारियों से कहा गया है। पानी एकत्रित नहीं होने देने और बुखार होने पर अस्पताल में जांच कराने को लेकर गांवों में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इधर, प्रदेश में कोरोना महामारी नियंत्रण में है। दो दिन से एक भी कोरोना संक्रमित नहीं मिला है। राज्य के 33 जिलों में मात्र 39 संक्रमित बचे हैं।

chat bot
आपका साथी