Rajasthan: रिश्वत मामले में फरार पार्षद कुलदीप बोहरा ने किया सरेंडर

Rajasthan रिश्वत के मामले में फरार पार्षद कुलदीप बोहरा ने पांच दिन बाद अजमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। एसीबी न्यायालय ने आरोपित पार्षद कुलदीप बोहरा को रिमांड पर सौंप दिया है। रिमांड के दौरान एसीबी रिश्वत मामले में पूछताछ और जांच करेगी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 03:50 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 03:50 PM (IST)
Rajasthan: रिश्वत मामले में फरार पार्षद कुलदीप बोहरा ने किया सरेंडर
रिश्वत मामले में फरार पार्षद कुलदीप बोहरा ने किया सरेंडर। फाइल फोटो

अजमेर, संवाद सूत्र। राजस्थान में अजमेर जिले की ब्यावर नगर परिषद में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने ढाई लाख रुपये की रिश्वत के मामले में एक दलाल और नगर परिषद के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया था, जबकि इस मामले में लिप्त पार्षद कुलदीप बोहरा मौके से फरार हो गया था। वार्ड नंबर 57 के पार्षद कुलदीप बोहरा ने बुधवार को अजमेर स्थित एसीबी की अदालत में सरेंडर कर दिया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एडिशनल एसपी सतनाम सिंह ने बताया कि 10 जून को जोधपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने ब्यावर नगर परिषद में रिश्वत के खेल का खुलासा कर परिवादी सीताराम साहू से ढाई लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए सुनील लखारा और भरत मंगल को गिरफ्तार किया था, जबकि पार्षद कुलदीप बोहरा मौके से फरार हो गया था। कुलदीप बोहरा ने पांच दिन बाद अजमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। एसीबी न्यायालय ने आरोपित पार्षद कुलदीप बोहरा को रिमांड पर सौंप दिया है। उन्होंने बताया कि रिमांड के दौरान एसीबी रिश्वत मामले में पूछताछ और जांच करेगी। वहीं, एक अन्य फरार पार्षद सुरेंद्र सोनी की भी गिरफ्तारी शेष है, जिसकी तलाश की जा रही है।

कुलदीप बोहरा ने कहा, मुझे फंसाया जा रहा 

अजमेर स्थित भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में सरेंडर करने वाले पार्षद कुलदीप बोहरा ने मीडिया के समक्ष कहा कि उसकी और पार्षद अनिल चैधरी की शिकायत पर ही नगर परिषद की अतिक्रमण शाखा ने शाहपुरा मोहल्ला शीतला माता मंदिर के पास स्थित हलवाई की दुकान संचालक सीताराम साहू को नोटिस दिया था। अब इस मामले में किसने रिश्वत मांगी यह सब मुझे पता नहीं है। बोहरा ने कहा कि वह निर्दलीय पार्षद है और भाजपा को समर्थन करते हैं, इसलिए राजनीतिक द्वेषतावश मुझे जबरन इस मामले में फंसाया जा रहा है।

पार्षदों ने लगाए निगम के राजस्व अधिकारी पर अवैध वसूली के आरोप

अजमेर नगर निगम के पार्षदों ने निगम के राजस्व अधिकारी प्रकाश डूडी के खिलाफ मोर्चा खोला दिया। पार्षदों के एक शिष्टमंडल ने बुधवार को मेयर बृजलता हाड़ा और अतिरिक्त जिला कलेक्टर कैलाशचंद शर्मा को शिकायती पत्र सौंपकर राजस्व अधिकारी पर अवैध वसूली के आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। अजमेर नगर निगम के पार्षदों के एक शिष्टमंडल ने महापौर बृजलता हाड़ा और अतिरिक्त जिला कलेक्टर कैलाश चंद्र शर्मा को शिकायत देकर नगर निगम के राजस्व अधिकारी प्रकाश डूडी सहित जेईएन पर अवैध वसूली करने के आरोप लगाए हैं। वार्ड नंबर 69 के पार्षद अशोक मुद्गल ने बताया कि नगर निगम के आयुक्त द्वारा लंबे समय से अवकाश हैं। निगम के अधिकारी, जेईएन, एईएन मिलकर लूट मचा रहे हैं। पार्षदों को इसकी कोई जानकारी नहीं दी जा रही।

शहर में जहां कहीं भी निर्माण कार्य चल रहे हैं, वहां निगम के अधिकारी पहुंच कर वसूली करते हैं और उन्हें एनओसी दे दी जाती है। जब पार्षद जानकारी मांगते हैं तो उनको किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी जाती। ऐसे में पार्षद जो उस क्षेत्र का जनप्रतिनिधि होता है, उस पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना पूर्ण रवैये से नाराज होकर ही महापौर बृजलता हाड़ा को शिकायत दी थी, जिस पर जांच और कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर कैलाश चंद शर्मा को शिकायत पत्र सौंपकर जांच कराने की मांग की है। उन्होंने शिकायती पत्र में कहा कि समय पर जांच हो कर कोई एक्शन नहीं लिया जाता है तो आगामी रणनीति बनाकर अधिकारियों के विरुद्ध मोर्चा खोला जाएगा।

chat bot
आपका साथी