राजस्थान के अस्पताल में ऑक्सीजन का प्रेशर गिरने से 3 कोरोना पीड़ितों की मौत

राजस्थान सरकार के सबसे बड़े अस्पताल का ऑक्सीजन का प्रेशर गिरने से 3 कोरोना पीड़ितों की मौतजयपुर प्रदेश के सबसे बड़े कोविड अस्पताल आरयूएचएस ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित होने से 3 मरीजों की मौत हो गई। तीनों कोरोना संक्रमित थे। वे यहां पिछले चार से पांच दिन से भर्ती थे।

By Priti JhaEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 10:53 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 10:53 AM (IST)
राजस्थान के अस्पताल में ऑक्सीजन का प्रेशर गिरने से 3 कोरोना पीड़ितों की मौत
कोरोना संक्रमण के मामले में राजस्थान का देश में चौथा नंबर है।

जयपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के मामले में राजस्थान का देश में चौथा नंबर है। ऑक्सीजन, रेमडिसिवियर इंजेक्शन और अन्य आवश्यक दवाओं के नहीं मिलने के कारण पीड़ितों को मुश्किल हो रही है। सबसे ज्यादा मुश्किल ऑक्सीजन के कारण हो रही है। जयपुर स्थित प्रदेश के सबसे बड़े कोविड अस्पताल आरयूएचएस ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित होने से 3 मरीजों की मौत हो गई। तीनों कोरोना संक्रमित थे। वे यहां पिछले चार से पांच दिन से भर्ती थे।

अस्पताल प्रशासन का कहना है कि ऑक्सीजन का प्रेशर गिरने से सप्लाई बाधित हुई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा का कहना है कि ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित कैसे हुई और मरीजों की मौत का क्या कारण था, इसकी जांच करवाई जा रही है, जिम्मेदारी तय होगी। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को ऑक्सीजन की सप्लाई करीब 2 मिनट के लिए बाधित होने से वार्ड में भर्ती 30 मरीजों को सांस लेने में परेशानी होने लगी, उनकी बेचैनी बढ़ गई। वार्ड में ड्यूटी पर तैनात नर्सिंगकर्मियों ने देखा तो ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो रही थी। ऐसे में वे ऑॅक्सीजन सप्लाई व्यवस्थित करने के लिए दौड़े, इसी बीच तीन मरीजों की मौत हो गई। कुछ देर बाद सप्लाई व्यवस्थित हुई तो शेष मरीजों को राहत मिली। हालांकि अस्पताल के कोविड प्रभारी डॉ.अजीत सिंह का कहना है कि मौतों का कारण ऑक्सीजन का प्रेशर नहीं है, जांच के बाद ही सच्चाई पता चल सकेगी।

वहीं निचले स्तर के मेडिकलकर्मियों व भर्ती मरीजों के परिजनों ने प्रेशर कम होने के कारण ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित होने की बात कही है। अस्पताल प्रशासन व चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारी इस मामले को दबाने में जुटे रहे। आक्रोशित परिजनों ने हंगामा शुरू किया तो पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने तीनों मृतकों आत्मप्रकाश, कमल और सजना मीणा के शवों का कोविड गाइडलाइन के अनुसार अंतिम संस्कार करा दिया। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर इसके लिए उन पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है। पूरे प्रकरण का खुलासा हुआ तो शनिवार को सरकार में उच्च स्तर पर जांच शुरू हुई।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले कोटा में ऑक्सीजन की कमी से कोटा में 5 मरीजों की मौत हुई थी । झालावाड़ में भी इसी तरह का मामला सामने आया था । प्रदेश के अन्य जिलों में भी ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

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