Rajasthan Politics: राजस्थान में कांग्रेसियों को राजनीतिक नियुक्तियों के लिए अभी करना होगा इंतजार
राजस्थान में जिन कांग्रेसियों को विधानसभा चुनाव के समय टिकट नहीं दिया गया था उन्हें भी राजनीतिक नियुक्तियों के माध्यम से उपकृत किया जाएगा। जिसे लेकर एक बार फिर सूची पर कसरत तेज हो गई है। 30 हजार कांग्रेसियों को राजनीतिक नियुक्तियां देने की बात कही है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान सत्ता व संगठन में होनी वाली नियुक्तियों को लेकर कसरत तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस के तत्कालीन प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे के समय सत्ता व संगठन में नियुक्तियों के लिए बनाई गई नियुक्तियों को लेकर नये सिरे से कवायद शुरु की गई है । अविनाश पांडे के समय बनाई गई सूचियों को रद कर दिया गया है। अब प्रदेश के नये प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा कर सूचियों को अंतिम रूप देंगे।
वरिष्ठ नेताओं को राजनीतिक नियुक्तियों के माध्यम से उपकृत किया जाएगा। जिन विधायकों को मंत्री नहीं बनाया जा रहा उन्हें बोर्ड एवं निगमों में नियुक्ति देकर केबिनेट व राज्यमंत्री स्तर का दर्जा दिया जाएगा । इसके साथ ही जिन कांग्रेसियों को विधानसभा चुनाव के समय टिकट नहीं दिया गया था, उन्हें भी राजनीतिक नियुक्तियों के माध्यम से उपकृत किया जाएगा। माकन ने प्रदेश से लेकर जिला स्तर तक 30 हजार कांग्रेसियों को राजनीतिक नियुक्तियां देने की बात कही है।
सूत्रों के अनुसार पहले जनवरी के अंतिम सप्ताह तक राजनीतिक नियुक्तियों का काम पूरा करने के लिए कहा गया था । लेकिन इसमें अब थोड़ा समय और लगेगा । माकन ने राजनीतिक नियुक्तियों के लिए कांग्रेसियों की नई सूची तैयार कराने की प्रक्रिया शुरु की है। पूर्व में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व अन्य नेताओं की सहमति से तैयार की गई सूची में बदलाव होगा। राजनीतिक नियुक्तियों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की नवगठित कार्यकारिणी में शामिल किए गए पदाधिकारियों की राय अहम होगी।
स्थानीय विधायक के साथ प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों की सलाह से जिला स्तर के नेताओं को नियुक्तियां दी जाएगी । अविनाश पांडे व गहलोत ने पिछले साल अप्रैल माह में जिला व ब्लॉक स्तरीय राजनीतिक नियुक्तियों के लिए कसरत पूरी कर ली थी । लेकिन इसी बीच कोरोना महामारी और सचिन पायलट खेमे की बगावत हो गई । पायलट की बगावत को थामने के लिए उनकी मांग के अनुसार अविनाश पांडे को प्रभारी पद से हटा दिया गया। माकन प्रभारी बने तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हे सभी प्रमुख नेताओं की सलाह से सत्ता व संगठन में नियुक्तियां करने के निर्देश दिए थे। अब राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर समस्त कवायद नये सिरे से होगी ।