Rajasthan Politics: कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी ने नहीं मानी सीएम अशोक गहलोत की बात
Rajasthan Politics कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बात मानने से इनकार कर दिया है। दो दिन पहले अशोक गहलोत ने हेमाराम चौधरी को टेलीफोन कर विधानसभा की राजकीय उपक्रम समिति की बैठक बुलाने के लिए कहा था।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने और मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने से नाराज होकर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले राजस्थान के वरिष्ठ कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बात मानने से इनकार कर दिया है। दो दिन पहले अशोक गहलोत ने हेमाराम चौधरी को टेलीफोन कर विधानसभा की राजकीय उपक्रम समिति की बैठक बुलाने के लिए कहा था। अशोर गहलोत ने हेमाराम चौधरी से यह भी कहा था कि बैठक की तारीख तय कर मुझे सूचित करना। सीएम अशोक गहलोत से हुई बातचीत की पुष्टि करते हुए हेमाराम चौधरी ने बताया कि मैंने उनसे साफ कह दिया कि मैं विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे चुका हूं, इसलिए मैं इस समिति का अध्यक्ष नहीं हूं।
जानें, क्या है मामला
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे के विधायक हेमाराम चौधरी ने गत 18 मई को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी को भेजा था। उस दौरान हेमाराम चौधरी ने मीडिया में कहा था कि क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने और अधिकारियों द्वारा उनकी सुनवाई नहीं करने के कारण सदन से इस्तीफा दिया है। हालांकि मुख्य कारण मंत्री नहीं बनाया जाना माना जा रहा है। हेमारम चौधरी अशोक गहलोत की पिछली सरकार में मंत्री रह चुके हैं। पिछले साल सचिन पायलट खेमे की बगावत के समय वे उनके साथ थे। इस्तीफा देने के बाद हेमाराम चौधरी को मनाने के लिए कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रयास किए, लेकिन वह अपना इस्तीफा वापस लेने को तैयार नहीं हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। मई में जोशी ने कहा था कि लॉकडाउन के बाद चौधरी को बुलाकर बात करेंगे, उसके बाद इस्तीफे के बारे में निर्णय करेंगे। हेमाराम चौधरी ने ईमेल और पत्र के माध्यम से इस्तीफा भेजा है, लेकिन उनका खुद का उपस्थित होना आवश्यक है।