कांग्रेस ने गहलोत सरकार के मंत्रियों को आम जनता व पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ निरंतर सम्पर्क रखने की जिम्मेदारी सौंपी

दो साल बाद होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस ने अशोक गहलोत सरकार के मंत्रियों को आम जनता व पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ निरंतर सम्पर्क रखने की जिम्मेदारी सौंपी है। सप्ताह में तीन दिन मंत्री जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बैठकर जन समस्याएं सुनेंगे।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 07:32 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 07:32 PM (IST)
कांग्रेस ने गहलोत सरकार के मंत्रियों को आम जनता व पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ निरंतर सम्पर्क रखने की जिम्मेदारी सौंपी
तीन दिन मंत्री जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बैठकर जन समस्याएं सुनेंगे।

जागरण संवाददाता, जयपुर। दो साल बाद होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस ने अशोक गहलोत सरकार के मंत्रियों को आम जनता व पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ निरंतर सम्पर्क रखने की जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी ने तय किया है कि 15 दिसम्बर से प्रत्येक सप्ताह में तीन दिन मंत्री जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बैठकर जन समस्याएं सुनेंगे। सोमवार से बुधवार तक मंत्रियों को सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक जनसुनवाई कर समस्याओं का निपटारा तय समय सीमा में करना होगा ।

इसके साथ ही मंत्रियों को महीने में दो दिन अपने प्रभार वाले जिलों और जयपुर में रहने पर प्रतिदिन सुबह एक घंटा अपने आवास पर जनसुनवाई करनी होगी । मंत्रियों को जिलों के दौरों पर जाते समय संगठन को सूचना देनी होगी,उनकी जनसुनवाई में पार्टी पदाधिकारी साथ रहेंगे । कांग्रेस कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर विभागों में निर्णय करने की जिम्मेदारी भी मंत्रियों को दी गई है। मंगलवार को जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बीच हुई बैठक में सत्ता और संगठन की आगामी दो साल की कार्य योजना तय की गई है। डोटासरा ने बताया कि मंत्रियों को अपने दौरों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय के साथ ही प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय को भी देनी होगी ।

लखनऊ में धरना दे रहे बेरोजगार गहलोत सरकार पर लगा रहे वादा खिलाफी का आरोप

जयपुर। शिक्षक भर्ती परीक्षा की सीबीआई जांच कराने सहित विभिन्न मांगों को लेकर पिछले 4 दिन से लखनऊ में धरना दे रहे राजस्थान के बेरोजगारों ने अशोक गहलोत सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया है। राजस्थान एकीकृत बेरोजागर महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा आगामी विधानसभा चुनाव में बेरोजगार कांग्रेस को करारा जवाब देंगे । उन्होंने कहा कि तीन साल पहले बेरोजगारों को रोजगार देने का वादा कर के कांग्रेस सत्ता में आई थी । लेकिन सत्ता में आने के बाद वादा पूरा नहीं किया जा रहा है।

जयपुर में 46 दिन तक धरना दिया, लेकिन गहलोत सरकार ने बेरोजगारों से बात नहीं की । इस कारण परेशान बेरोजगारों को उत्तरप्रदेश आना पड़ा । उन्होंने कहा कि राजस्थान के बेरोजगार युवक यूपी में कांग्रेस की हकीकत बताएंगे । यूपी के युवाओं से कहेंगे कि वह कांग्रेस के झांसे में नहीं आए । उल्लेखनीय है कि यादव के नेतृत्व में बेरोजगार युवा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मिलने लखनऊ गए हुए हैं। लेकिन उनकी प्रियंका गांधी से बातचीत नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने एक भी मांग पूरी नहीं की है। सरकार यदि युवाओं को शीघ् नौकरी देने का वादा करे तो धरना समाप्त कर दिया जाएगा ।

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