Birth Certificate Issue: बेंगलुरू से जयपुर की फ्लाइट में पैदा हुए बच्चे का नहीं बन पा रहा जन्म प्रमाण पत्र, जानें- क्या है नियम

Birth Certificate Issue फ्लाइट में पैदा हुए बच्चे का नहीं बन रहा जन्म प्रमाण-पत्र। बेंगलुरू से जयपुर की फ्लाइट में बच्चे का जन्म हुआ था उस समय उसकी मां को प्रसव पीड़ा हुई ताे फ्लाइट में मौजूद एक महिला चिकित्सक ने अन्य क्रू मेंबर्स की मदद से प्रसव कराया।

By Priti JhaEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 01:42 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 02:51 PM (IST)
Birth Certificate Issue: बेंगलुरू से जयपुर की फ्लाइट में पैदा हुए बच्चे का नहीं बन पा रहा जन्म प्रमाण पत्र, जानें- क्या है नियम
बैंगलुरू से जयपुर की फ्लाइट में बच्चे का जन्म हुआ था

जयपुर, जागरण संवाददाता। पिछले माह 17 मार्च को इंडिगो की फ्लाइट में आसमान में जन्म लेने वाले बच्चे के परिजनों को उसका जन्म प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा है। 22 दिन के इस बच्चे का जन्म बेंगलुरु  से जयपुर आने वाली फ्लाइट में हुआ था। उस समय उसकी मां को प्रसव पीड़ा हुई ताे फ्लाइट में मौजूद एक महिला चिकित्सक ने अन्य क्रू मेंबर्स की मदद से प्रसव कराया।

महिला चिकित्सक ने क्रू मेंबर्स की मदद से कराया था प्रसव

दरअसल, अजमेर जिले के जालिया रूपवास गांव निवासी भैरूसिंह अपनी पत्नी ललिता बेंगलुरु में रहता है। वह वहां ऑटो रिक्शा चलाता है। भैरूसिंह को 16 मार्च को सूचना मिली कि उसके पिता की गांव में तबीयत काफी खराब है। इस पर उसने जयपुर तक पहुंचने के लिए इंडिगो एयरलाइंस का तत्काल टिकट बुक करवाया। इसी दौरान महिला के पेट में आठ माह का गर्भ था। लेकिन पिता की तबीयत खराब होने के कारण वे फ्लाइट में बैठ गए। फ्लाइट में बैठने से पहले जांच कराई तो चिकित्सकों ने कहा अभी प्रसव होने में समय है, यात्रा की जा सकती है। इस पर वे फ्लाइट में जयपुर आने के लिए बैठ गए। लेकिन फ्लाइट में ही ललिता को प्रसव पीड़ा होने लगी। उसके साथ यात्रा कर रही एक महिला चिकित्सक ने क्रू मेंबर्स की मदद से प्रसव करवाया।

जन्म प्रमाण पत्र के लिए 22 दिन से धक्के खा रहा पिता

जयपुर पहुंचने पर ललिता व उसके बच्चे को अस्पताल में दिखाया गया, जहां उन्हे पूरी तरह स्वस्थ बताया तो वे गांव चले गए। आठवीं कक्षा पास भैरूसिंह की पीड़ा अब यह है कि वह अपने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनवाना चाहता है। लेकिन गांव के सरपंच से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि जब बच्चे का जन्म यहां हुआ ही नहीं तो हम प्रमाण पत्र कैसे बना दें। इसका प्रमाण पत्र जयपुर में बनेगा। जयपुर हवाई अड्डे पर वह पिछले कई दिनों से चक्कर लगा रहा है। वह कभी हवाई अड्डा प्रशासन के पास, तो कभी इंडिगो एयरलाइंस के कर्मचारियों के पास जाता है। 22 दिन से परिवार बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भैरू सिंह धक्के खा रहा, लेकिन अब तक उन्हें कोई समाधान नहीं मिला है। इस बारे में हवाई अड्डा प्राधिकरण के निदेशक ने अधिकारिक रूप से कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।

क्या कहते हैं जानकार

वैसे जानकारों का कहना है कि यदि किसी बच्चे का जन्म फ्लाइट में हुआ है तो उसका जन्म प्रमाण पत्र वहीं बनेगा जहां वह लैंड होगी। इस लिहाज से बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र जयपुर में बनना चाहिए।

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