राजस्थान में अर्जुन अवॉर्डी गौरव गिल पर गैर इरादतन हत्या का केस, कलेक्टर व एसपी हटाए गए

Gaurav Gill. राजस्थान में अर्जुन अवॉर्डी गौरव गिल के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Mon, 23 Sep 2019 01:14 PM (IST) Updated:Mon, 23 Sep 2019 01:14 PM (IST)
राजस्थान में अर्जुन अवॉर्डी गौरव गिल पर गैर इरादतन हत्या का केस, कलेक्टर व एसपी हटाए गए
राजस्थान में अर्जुन अवॉर्डी गौरव गिल पर गैर इरादतन हत्या का केस, कलेक्टर व एसपी हटाए गए

जागरण संवाददाता, जोधपुर। राजस्थान स्थित बाड़मेर जिले के समदड़ी थाना क्षेत्र में रेसिंग कार की टक्कर से तीन लोगों की मौत के मामले में कार चला रहे अर्जुन अवार्डी गौरव गिल और एक अन्य ड्राइवर एम शरीफ के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। हादसे में मारे गए दंपती के बड़े बेटे राहुल की शिकायत पर रविवार दोपहर मामला दर्ज हुआ।

राहुल ने शिकायत में दावा किया कि उसके माता-पिता बाइक के साथ सड़क पर खड़े होकर बेटे से बात कर रहे थे, तभी गिल की कार ने उन्हें टक्कर मार दी और पीछे से आ रही दो अन्य कारों ने उन्हें कुचल दिया। इसी बीच, राज्य शासन ने घटना को गंभीरता से लेते हुए बाड़मेर कलेक्टर और एसपी को हटा दिया है।

गौरतलब है कि शनिवार को हुए इस हादसे में होतरड़ा गांव निवासी नेमीचंद (45) उनकी पत्नी पुष्पादेवी (40) और पुत्र जितेंद्र (15) की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस के मुताबिक, नेशनल रैली चैंपियनशिप नामक इस आयोजन में शामिल कंपनियों मैक्सपेरियन, महिंद्रा, जेके टायर्स, एमआरएफ टायर्स और फेडरेशन ऑफ मोटर स्पो‌र्ट्स क्लब ऑफ इंडिया के नाम भी एफआइआर में हैं। उधर, घटना को लेकर ग्रामीणों में गुस्सा बरकरार है। तीनों के शव अभी भी घटनास्थल पर हैं।

ग्रामीण और परिवार के सदस्य मुआवजा, एक परिजन को सरकारी नौकरी और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। समदड़ी थाना प्रभारी भूटाराम के मुताबिक गतिरोध को समाप्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं। ग्रामीण शनिवार से मांग कर रहे हैं कि आयोजक घटनास्थल पर आएं, लेकिन उनकी ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। उधर, शिकायतकर्ता राहुल का आरोप है कि रैली के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए थे। वहीं, बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा ने दावा किया कि रैली के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए गए थे।

कलेक्टर और एसपी को हटाया

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को पद से हटा दिया है। जोधपुर के कमिश्नर को विस्तृत जांच कर गृह विभाग को सात दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। शासन को मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस रैली के लिए न तो अनुमति दी गई थी और न ही रैली के लिए सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। इसी वजह से बाड़मेर कलेक्टर हिमांशु गुप्ता और एसपी शिवराज मीणा को पद से हटा दिया गया है।

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