राजस्थान के जैसलमेर में बीएसएफ का "ऑपरेशन सर्द हवा " शुरू, तारबंदी पर विशेष निगरानी

बीएसएफ का ऑपरेशन सर्द हवा शुरू हुआ यह 27 जनवरी तक चलेगा। बीएसएफ का ऑपरेशन सर्द हवा हर साल सर्दियों में होता है। इसी के तहत इस बार भी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पड़ रही तेज सर्दी के दौरान यह ऑपरेशन शुरू हुआ है।

By PRITI JHAEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 01:33 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 01:33 PM (IST)
राजस्थान के जैसलमेर में बीएसएफ का "ऑपरेशन सर्द हवा " शुरू, तारबंदी पर विशेष निगरानी
राजस्थान के जैसलमेर में बीएसएफ का ऑपरेशन सर्द हवा शुरू

जयपुर, जागरण संवाददाता। पाकिस्तान से सटे राजस्थान के जैसलमेर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का ऑपरेशन "सर्द हवा" बृहस्पतिवार से शुरू हुआ। यह 27 जनवरी तक चलेगा। बीएसएफ का ऑपरेशन "सर्द हवा "हर साल सर्दियों में होता है। इसी के तहत इस बार भी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पड़ रही तेज सर्दी के दौरान यह ऑपरेशन शुरू हुआ है। रेगीस्तानी इलाकों में सर्दी के मौसम में देर रात से सुबह तक कोहरा छाए रहता है। इसका फायदा उठाकर घुसैपठियों के सीमा पार कर भारत में प्रवेश करने की आशंका हमेशा बनी रहती है। कई बाद सर्दियों में घने कोहरे के बीच घुसैपठियों को पकड़ा भी गया है।

बृहस्पतिवार से शुरू हुए ऑपरेशन "सर्द हवा" के तहत बीएसएफ के जवान और अधिकारी अधिक मजबूती से तारबंदी पर निगरानी कर रहे हैं। बीएसएफ के अधिकारी वाहनों से लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं। ऊंट पर सवार होकर जवान रेगीस्तानी इलाकों में चौकसी कर रहे हैं। इस दौरान इंटेलिजेंस विंग भी सक्रिय हुई है। बीएसएफ, इंटेलिजेंस एजेंसियों और स्थानीय पुलिस के बीच तालमेल कर यह अभियान चलाया जा रहा है। सीमा चौकियों पर सुरक्षा बढ़ाइ गई है। बीएसएफ में हैडक्वार्टर पर कार्यरत जवानों और अधिकारियों को चौकियों पर लगाया गया है।

अधिकारियों का कहना है कि सर्दी में तेज कोहरे का फायदा उठाकर घुसपैठ होने की आशंका हमेशा रहती है। यही हालत गर्मी में रहती है। गर्मी में तेज आंधियों से उड़ने वाली धूल के कारण रेत के टीले एक जगह से दूसरी जगह चले जाते हैं, इसी का फायदा उठाकर घुसैपठिये सक्रिय हो जाते हैं। इस कारण बीएसएफ सर्दी में ऑपरेशन सर्द हवा और गर्मी में ऑपरेशन गर्म हवा चलाती है। दोनों ऑपरेशन में सीमा पर नफरी 20 से 30 फीसदी तक बढ़ाई जाती है। दिन के बजाय रात में बीएसएफ के जवानों की सक्रियता अधिक हो जाती है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान से सटी राजस्थान की 1070 किलोमीटर की सीमा से घुसपैठ और तस्करी की आशंका हमेशा रहती है । 

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