Rajasthan: उदयपुर में बोहरा समुदाय ने मनाया ईद का त्योहार, घर पर ही रहकर अता की नमाज

Rajasthan वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के साथ सुधारवादी बोहरा समुदाय (बोहरा यूथ) से संबंधित दाऊदी बोहरा जमात ने समाज के लोगो के नाम आदेश जारी किया था कि घरों में रहकर ही ईद उल अज़हा की नमाज़ अता की जाए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 19 Jul 2021 08:37 PM (IST) Updated:Mon, 19 Jul 2021 08:37 PM (IST)
Rajasthan: उदयपुर में बोहरा समुदाय ने मनाया ईद का त्योहार, घर पर ही रहकर अता की नमाज
उदयपुर में बोहरा समुदाय ने मनाया ईद का त्योहार, घर पर ही रहकर अता की नमाज। फाइल फोटो

उदयपुर, संवाद सूत्र। दाऊदी बोहरा समुदाय ने सोमवार को इस्लामी कैलेंडर के आखिरी महीने ज़िलहज की 10 तारीख को ईद उल अज़हा का त्योहार मनाया। वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के साथ सुधारवादी बोहरा समुदाय (बोहरा यूथ) से संबंधित दाऊदी बोहरा जमात ने समाज के लोगो के नाम आदेश जारी किया था कि घरों में रहकर ही ईद उल अज़हा की नमाज़ अता की जाए। उसी के तहत समाज के लोगों ने अपने घरों पर ईद की नमाज अता दी। दाऊदी बोहरा जमात के सेक्रेटरी ज़ाकिर हुसैन पंसारी ने बताया की सभी मस्जिद कमेटियों (रसूलपुरा, वजीहपुरा, मोहियदपूरा, खानपुरा, खारोल कॉलोनी, चमनपुरा, खांजीपीर और पुलां कमिटी) को लिखित में आदेश जारी किया गया था।

जिसमें अपील की गई थी कि कोरोना महामारी के चलते ईद पर मस्जिदों में अनुमत से अधिक व्यक्ति एकत्र न होंगे। साथ ही, समाज जनों को अपने घरों में ही रहकर इबादत करने की अपील की गई थी। जिसका समुदाय के लोगों ने पालना करते हुए अपने घरों में ही रहकर ईद उल अज़हा की विशेष नमाज़ अता की और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सादगी के साथ पर्व मनाया। दाऊदी बोहरा जमात के प्रवक्ता मंसूर अली ओडावाला ने बताया की ईद की विशेष नमाज़ के बाद कोरोना महामारी से मानव समुदाय को संकट को दूर करने, अपने मुल्क भारत में अमन चैन और समृद्धि और बरसात के लिए विशेष दुआ की गई। उल्लेखनीय है कि मानसून का एक महीना बीत चुका है और उदयपुर में बारिश नहीं हुई। उल्लेखनीय है की इससे पूर्व भी दाऊदी बोहरा समुदाय के लोगो ने रमज़ान माह और ईद उल फ़ित्र की नमाज़ और इबादत को घरो से ही अंजाम दिया था। इस बार भी ईद उल अज़हा की नमाज़ भी समुदाय के ज्यादातर लोगों ने घरों में ही रहकर अता की। गौरतलब है कि केरल सरकार की तरफ से बकरीद के मद्देनजर कोविड-19 नियमों में दी गई ढील का मामला तूल पकड़ने लगा है। राज्य की वामपंथी सरकार के फैसले पर भारतीय चिकित्सा संघ (आइएमए) ने कड़ी आपत्ति जताते हुए उसे वापस लेने की मांग की है और चेताया है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगा।

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