Rajasthan: भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा अनाथ बच्चों को लेकर सीएम हाउस के पास पहुंचे

Rajasthan अनाथ बच्चों के लिए चलाई जा रही योजनाओं को नाकाफी बताते हुए भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य डॉ. किरोड़ी लाल मीणा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत निवास के पास सिविल लाइंस फाटक पर पहुंच गए और धरना दिया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 06:19 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 06:37 PM (IST)
Rajasthan: भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा अनाथ बच्चों को लेकर सीएम हाउस के पास पहुंचे
भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा अनाथ बच्चों को लेकर सीएम हाउस के पास पहुंचे। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में अनाथ बच्चों के लिए चलाई जा रही योजनाओं को नाकाफी बताते हुए भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य डॉ. किरोड़ी लाल मीणा मुख्यमंत्री निवास के पास सिविल लाइंस फाटक पर पहुंच गए व धरना दिया। अनाथ बच्चों और उनके परिजनों को लेकर शनिवार दोपहर मीणा अचानक सिविल लाइंस फाटक पर पहुंच गए। वे मुख्यमंत्री निवास तक जाना चाहते थे। ये सभी लोग गाड़ियों में एक साथ पहुंचे तो हड़कंप मच गया। पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोका तो वे वहीं धरने पर बैठ गए। मांगों को लेकर मीणा ने बच्चों के हाथों में तख्तियां पकड़ा दीं और खुद भी नारेबाजी करने लगे। अचानक हुए इस घटनाक्रम के बाद राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास वार्ता के लिए पहुंचे।

मीणा ने प्रत्येक अनाथ बच्चे को एक लाख की तत्काल सहायता देने, बालिक होने तक प्रतिमाह 7000 की नकद राशि और कॉलेज शिक्षा मुफ्त देने की मांग की। बच्चे जिन निजी स्कूलों में पढ़ रहे हैं, उनमें 25 हजार की रकम एक साथ जमा कराने की भी मांग की। कुछ देर तक मीणा की खाचरियावास के साथ वार्ता हुई उसके बाद मांग पत्र दे कर वे वापस लौट गए। उधर, मीणा के अचानक पहुंचने पर गृह सचिव ने पुलिस आयुक्त के प्रति नाराजगी जताई है। मीणा जिस स्थान पर पहुंचे, वहां धारा 144 लगी हुई है। ऐसे में वहां एक साथ पांच या इससे अधिक लोग एकत्रित नहीं हो सकते, लेकिन वे बच्चे और उनके परिजनों को लेकर पहुंच गए। इंटेलिजेंस को इसकी सूचना भी नहीं लगी। इस पर पुलिस के प्रति नाराजगी जताई गई है। 

वहीं, कोरोना महामारी की दूसरी लहर में पर्यटन व्यवसाय पूरी तरह से ठप होने का असर हाथी पालकों को भी हो रहा है। जयपुर में हाथी की सवारी पर्यटकों में काफी लोकप्रिय रहती है। पिछले कुछ समय से हाथी की सवारी बंद होने के कारण इनके पालकों व महावतों की गंभीर आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। ऐसे में राजस्थान सरकार ने हाथियों के भरण-पोषण के लिए 1500 रुपये प्रतिदिन की दर से पालकों को देने का निर्णय लिया गया है। यह सहायता राशि 17 अप्रैल से 31 मई, 2021 की अवधि के लिए ही देय होगी।

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