Rajasthan: बकरे की मौत के लिए ग्रामीणों ने युवक को माना दोषी, इतना पीटा कि कंधा हो गया फ्रेक्चर
Rajasthan बांसवाड़ा जिले में ग्रामीणों ने बकरे की मौत को लेकर गांव के एक युवक को दोषी ठहरा दिया। डाकणा (पुरुष डायन) ठहराते हुए उसे जमकर पीटा। उसे मरा समझकर ग्रामीण चले गए। बाद में पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
उदयपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में अंधविश्वास से जुड़ा एक मामला सामने आया है। यहां ग्रामीणों ने बकरे की मौत को लेकर गांव के एक युवक को दोषी ठहरा दिया। डाकणा (पुरुष डायन) ठहराते हुए उसे जमकर पीटा। उसे मरा समझकर ग्रामीण चले गए। बाद में पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। मारपीट से उसके कंधे में फ्रेक्चर आया है। घटना बांसवाड़ा जिले के आनंदपुरी थाना क्षेत्र के आंबा गांव की है। जहां गुरुवार को ग्रामीणों ने गांव के हक्सी पुत्र नानजी ताबीयार के साथ जमकर मारपीट की। पुलिस ने आंबा गांव के नरेश पुत्र चोखा, चोखा पुत्र नानजी, रूपी देवी पत्नी चोखा, हुकी देवी पत्नी नरेश ताबीयार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बताया गया कि गांव के एक बकरे की बीमारी के लिए ये लोग हक्सी ताबीयार को दोषी ठहरा रहे थे। घटना के समय हक्सी ताबीयार खेत में काम कर रहा था।
उसी दौरान कुछ ग्रामीण वहां आए और हक्सी को डाकणा कहते हुए उसके साथ लाठी तथा लात-घूसों से मारपीट करने लगे। वे उस पर आरोप लगा रहे थे कि उसकी वजह से उनका बकरा बीमार होकर मर गया। हक्सी की पत्नी कमली और बेटी ने बीच-बचाव किया तो उनसे से भी मारपीट की। मारपीट से हक्सी के बेसुध होने पर ग्रामीण भाग निकले। पत्नी की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल हक्सी को अस्पताल लेकर पहुंचे। घायल हक्सी की शिकायत पर पुलिस ने आंबा निवासी नरेश पुत्र चोखा, चोखा पुत्र नानजी, रूपी देवी पत्नी चोखा, हुकी देवी पत्नी नरेश ताबीयार आदि के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने बताया कि लाठी के तेज प्रहार से हक्सी के कंधे की हड्डी टूट गई। पीड़ित हक्सी की पत्नी कमली ने पुलिस को बताया कि ग्रामीणों ने उन्हें धमकाया कि यदि अब गांव के किसी जानवर की मौत हुई तो वह उसका शव उनके घर के आंगन में लाकर पटक जाएंगे। साथ ही, मौताणा देने की चेतावनी भी दी है।