Rajasthan: प्रतापगढ़ में ग्रामीणों ने पुलिसकर्मी को पेड़ से बांधकर पीटा
Rajasthan प्रतापगढ़ जिले के राजपुरा बानघाटी में पुलिस के एक कांस्टेबल को निर्वस्त्र कर पेड़ से बांधकर उसकी पिटाई करने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल उसके वीडियो के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तथा उसे ग्रामीणों से मुक्त कराया।
उदयपुर, संवाद सूत्र। Rajasthan: राजस्थान में प्रतापगढ़ जिले के राजपुरा बानघाटी में पुलिस के एक कांस्टेबल को निर्वस्त्र कर पेड़ से बांधकर उसकी पिटाई करने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल उसके वीडियो के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तथा उसे ग्रामीणों से मुक्त कराया। घटना को लेकर पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कांस्टेबल लालूराम खराड़ी (43) प्रतापगढ़ जिले के पीपलखूंट थाने का है। उसने ग्रामीणों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया है। इधर, ग्रामीणों का कहना है कि कांस्टेबल लालूराम खराड़ी और एक विधवा पिछले दो साल से संपर्क में थे। शनिवार शाम को भी वह उसी के पास पहुंचा तथा लोगों ने दोनों को आपत्तिजनक अवस्था में देख लिया और कांस्टेबल को सबक सिखाने के लिए उन्होंने ऐसा कदम उठाया।
इधर, कांस्टेबल लालूराम का कहना है कि उसने विधवा को पंद्रह हजार रुपये उधार दे रखे थे तथा शनिवार को वह अपने पैसे लेने उसके पास गया था। महिला ने पैसे देने से इनकार कर दिए तथा ग्रामीणों की मदद से उसे बांधकर उसके साथ मारपीट कराई। इसी बीच, कुछ ग्रामीणों ने उसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। यही वीडियो घंटाली थाना पुलिस को मिली थी। घंटाली थाना पुलिस ने पीड़ित कांस्टेबल का पीपलखूट स्थित राजकीय अस्पताल में मेडिकल कराया। ग्रामीणों का यह भी कहना था कि विधवा गांव में अवैध शराब का धंधा करती थी।
ग्रामीणों ने दर्ज कराया मामला
इधर, रविवार को ग्रामीणों ने घंटाली थाने में कांस्टेबल लालूराम खराड़ी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। जिसमें उसने बताया कि वह महिला को पिछले दो साल से ब्लैकमेल कर रहा था। उसके विधवा के घर पहुंचने तथा वहां नॉनवेज की पार्टी करने की सूचना पर विधवा का देवर और जेठ घटनास्थल पर पहुंचे तथा कहासुनी के बाद मारपीट हुई। उसके बाद ग्रामीण कांस्टेबल को पीटते-पीटते खेत पर ले गए और वहां उसे निर्वस्त्र कर उसके साथ जमकर मारपीट की तथा तब तक पेड़ से बांधे रखा, जब तक घंटाली थाना पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि लॉकडाउन के दौरान कांस्टेबल लालूराम की ड्यूटी पीपलखूंट कस्बे के मुख्य बाजार में थी, लेकिन वह विधवा के पास पहुंच गया।