Kavad Yatra 2021: राजस्थान में कावड़ यात्राओं पर रोक, ईद-उल-जुहा पर सार्वजनिक व धार्मिक स्थलों पर इबादत की इजाजत नहीं

Kavad Yatra 2021 कोरोना महामारी को देखते हुए राजस्थान में कांवड यात्रा पर रोक लगा दी गई है। 21 जुलाई को ईद-उल-जुहा के त्‍योहार पर भी सार्वजनिक एवं धार्मिक स्थानों पर इबादत करने की अनुमति नहीं दी गई है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Sat, 17 Jul 2021 08:34 AM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 08:34 AM (IST)
Kavad Yatra 2021:  राजस्थान में कावड़ यात्राओं पर रोक, ईद-उल-जुहा पर सार्वजनिक व धार्मिक स्थलों पर इबादत की इजाजत नहीं
राजस्थान में कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी गई है।

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी गई है। श्रावण मास में राज्य के अंदर एवं बाहर से कावड़ यात्रा आयोजित की जाती है। राज्य सरकार के गृह विभाग द्वारा शुक्रवार शाम जारी नई गाइडलाइन के अनुसार कावड़ यात्रा के दौरान भीड़-भाड़ जमा होने की संभावना रहती है। कोरोना महामारी को देखते कावड़ यात्राओं के साथ ही सभी तरह की धार्मिक यात्राओं पर भी रोक रहेगी। जुलूस पर भी रोक लगाई गई है।

गाइडलाइन के अनुसार 21 जुलाई को ईद-उल-जुहा का त्‍योहार मनाया जाएगा। इस दिन सार्वजनिक एवं धार्मिक स्थानों पर इबादत करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। लोगों से अपने घरों में ही इबादत  करने की अपील की गई है । यह निर्णय इबादत के दौरान भीड़-भाड़ बढ़ने की संभावना को देखते हुए लिया गया है । जैन धर्म में होने वाले चातुर्मास के दौरान भीड़-भाड़ एकत्रित करने की अनुमति नहीं होगी। चातुर्मास के दौरान कोई बड़ा आयोजन भी नहीं हो सकेगा। स्विमिंग पूल खोलने की अनुमति फिलहाल नहीं दी गई है । सार्वजनिक पार्कों में सुबह 5 से शाम 4 बजे तक लोगों की आवाजाही हो सकेगी। जिन लोगों ने कोरोना की एक वैक्सीन लगवा ली है वे शाम 4 से रात 8 बजे तक पार्क में घूम सकेंगे।

स्कूल, कॉलेज कोचिंग संस्थान फिलहाल बंद रहेंगे। नई गाइडलाइन 17 जुलाई से लागू होगी। गाइडलाइन के अनुसार उत्तर-प्रदेश में मथुरा जिले के गोवर्धन धाम में प्रतिवर्ष राजकीय मुड़िया पूनो मेला आयोजित किया जाता है। यह मेला आषाढ़ माह की एकादशी से पूर्णिमा तक आयोजित होता है। इस साल 20 से 24 जुलाई तक आयोजित होने वाले मेले पर मथुरा के जिलाधिकारी ने रोक लगा दी है। अब मेले का आयोजन नहीं हो सकेगा। इस मेले में राजस्थान से बड़ी संख्या में लोग शामिल होते थे।

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