Rajasthan: जोधपुर में मारपीट के मामले में आरोपित की जमानत खारिज, न्यायिक अभिरक्षा में भेजा

Jodhpur Beating case. मारपीट के वीडियो वायरल होने के मामले में पुलिस ने युवक पर राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कर अदालत में पेश किया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 06:51 PM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 06:51 PM (IST)
Rajasthan: जोधपुर में मारपीट के मामले में आरोपित की जमानत खारिज, न्यायिक अभिरक्षा में भेजा
Rajasthan: जोधपुर में मारपीट के मामले में आरोपित की जमानत खारिज, न्यायिक अभिरक्षा में भेजा

जोधपुर, संवाद सूत्र। Jodhpur Beating case.  राजस्थान में जोधपुर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना क्षेत्र के पहला पुलिया पर दो पुलिसकर्मियों और एक व्यक्ति के बीच हुई मारपीट के वीडियो वायरल होने के मामले में पुलिस ने युवक पर राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कर अदालत में पेश किया। कोर्य ने युवक को जेल भेज दिया। इधर, अदालत ने युवक के जमानत आवेदन को खारिज कर दिया है, साथ ही पुलिस को रिमांड भी दिया है।

चार जून को हुई इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। इस वीडियो में पुलिस की बेजा किरकिरी हुई है। पूरी घटना को लेकर उपायुक्त पश्चिम जोधपुर कमिशरनेट ने दो पेज का प्रेस नोट जारी किया। साथ ही, वीडियो से 22 फोटो भी शेयर किए, जिनमे की युवक के द्वारा पुलिस को पीटते हुए शॉट्स दिखाए गए हैं। इसके अलावा आरोपित युवक मुकेश का आपराधिक रिकॉर्ड भी बताया। घटना के बाद से जोधपुर में ये मामला तूल पर है और शोशल मीडिया में ट्रेंड कर रहा है। जिसको लेकर पुलिस और प्रेस भी दो धड़ों में बंटे नजर आ रहे हैं।

मामले में पुलिस उपायुक्त पश्चिम प्रीति चन्द्र के अनुसार इस घटना के संबंध मे सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार-प्रसार फैलाया जा रहा है कि घुटने से गला दबाने का प्रयास किया, जबकि सच्चाई यह है कि उक्त व्यक्ति भंयकर आकोशित होकर पुलिसकर्मियों पर हमला करने पर उसको नियत्रंण करने का पुलिसकर्मियो के द्वारा प्रयास किया गया। इसके अलावा प्रतापनगर वृताधिकारी नीरज डेलू के द्वारा मामले से जुड़े वीडियो से लगभग दो दर्जन फोटोज भी पुलिस अधिकारियों से जुड़े ग्रुप में साझा किए गए, जिसमे की आरोपित युवक मुकेश प्रजापत द्वारा पुलिस कर्मियों से हाथापाई और मारपीट दिखाई गई है।

घटना को लेकर ये कहना है पुलिस का

पुलिस के अनुसार प्रतापनगर क्षेत्र कोरोना संक्रमण प्रभावित क्षेत्र है , जिसमें की दोनो पुलिसकर्मी कानि हुनमानराम गोदारा 2432 व राजु मीणा आरटी 3017 द्वारा आमजन को राज्य सरकार के आदेशो की पालना करने हेतु समझाईश की जा रही थी । सरकार के आदेश की अवहेलना करने वाले शख्स मुकेश प्रजापत को समझाईश व राज्य सरकार के आदेशो की पालना करने की बात नागवार गुजरी व पुलिस पर हमला कर दिया । इस घटना के 2-3 वीडियो है , जिनको देखने एवं मौके पर मौजूद लोगो से पूछताछ करने पर ये बात सामने आई कि उक्त शख्स द्वारा जबरन पुलिसकर्मी से उलझा व उनका मोबाइल छीन लिया तथा आंखे फोड़ने के लिए उन पर मारपीट करते हुए वार किए।

सोशल मीडिया पर प्रेस और पुलिस आमने-सामने

घटना से जुड़े वीडियो के वायरल होने के साथ ही प्रेस और पुलिस में भी आमने सामने नजर आ रहे हैं। एक ओर जहां ये घटना अमेरिका की घटना से जोड़कर सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रही है, वहीं कुछ पुलिसकर्मियों के फेसबुक पेज पर मीडिया के रुख पर भी सवाल उठाए गए हैं इसके अलावा डीसीपी कार्यालय से जारी हुए प्रेस नोट में भी घटना के संबंध मे सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार-प्रसार फैलाने की बात कही गई है और घुटने से गला दबाने की बात को नजरअंदाज करने के प्रयास अलावा आरोपित युवक के नशे में होने और उसके आपराधिक रिकॉर्ड को दर्शा कर मामले को अगल मोड़ देने का प्रयास किया गया है। इसके बाद से ही पुलिस की कार्यशैली पर भी लगातार सवाल उठ रहे हैं। पुलिस की मारपीट को सही दर्शाने के साथ मोबाइल छीनने में दोनों पुलिसकर्मियों के द्वारा पूरी ताकत लगाए जाने के बारे में पुलिस मौन है।

जानें, क्या है मामला

जोधपुर के देवनगर थानाधिकारी सोमकरण के अनुसार राज्य सरकार के गाइड लाइन ओर नियमो की पालना के तहत प्रतापनगर थाने से सम्बंधित दोनों पुलिस कॉन्स्टेबलों ने आरोपी मुकेश जो कि बिना मास्क पहने हुआ था ,का चालान बनाने लगे तो यह पुलिसवालों से उलझ गया और मारपीट करने लगा। नशे की हालत में युवक ने पुलिस के जवानों की आंख फोड़ने की धमकी दी। जिसके बाद युवक को चालान के लिए कहने पर वह पुलिस के जवानों से उलझ पड़ा और उनसे मारपीट की। इस वजह से उसे राजकार्य में बाधा पहुंचाने के मामले में अरेस्ट किया गया है। पकड़ा गया युवक आपराधिक प्रवत्ति का है, जिस पर कई और मामले भी दर्ज हैं।

वीडियो में दिख रही पुलिस की मनमानी

वीडियो में दोनों पुलिस कर्मियों के द्वारा युवक के ऊपर चढ़ कर उसके साथ मारपीट की गई और मोबाइल छींनते साफ तौर पर देखे जा सकते है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिस की पिटाई का शिकार हुए इस व्यक्ति का कसूर महज इतना था कि वह पुलिस के बिना मास्क पहने लोगों के चालान करते वक्त वीडियो बना रहा था । यह पुलिसवालों को नागवार गुजरा और दो पुलिसकर्मियों ने ने उसका मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की तो उसने लेने नहीं दिया तो बाद में बर्बरतापूर्वक उससे मारपीट की गई, जिसे अन्य लोगो ने कैमरे में कैद कर लिया। वीडियो में पुलिस की मनमानी और बर्बरता स्पष्ट नजर आ रही है। वीडियो में वर्दी पहने दो पुलिसकर्मियों के उस व्यक्ति की पिटाई और उसके हाथ से मोबाइल छिनना स्पष्ट नजर आ रहा है। इससे पहले युवक के पास पुलिस के आने से पहले मास्क पहनने की बात भी सामने आई है। वीडियो से पुलिस सवालों को घेरे में है। साथ ही, पुलिस पर मास्क के नाम पर चालान काटने की मनमानी के आरोप भी लगे हैं।

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