Ayodhya Ram Mandir Bhoomi Pujan: राजस्थान के राजभवन में सुदंरकांड के पाठ, 101 दीप जलाए

राम मंदिर का भूमि पूजन होने के मौके पर राजस्‍थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपने आवास पर रामायण पाठ का आयोजन किया।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 07:40 PM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 07:40 PM (IST)
Ayodhya Ram Mandir Bhoomi Pujan: राजस्थान के राजभवन में सुदंरकांड के पाठ, 101 दीप जलाए
Ayodhya Ram Mandir Bhoomi Pujan: राजस्थान के राजभवन में सुदंरकांड के पाठ, 101 दीप जलाए

जागरण संवाददाता,जयपुर। अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन के मौके पर बुधवार को राजस्थान के नेता भी खुश नजर आए। राजभवन में बुधवार शाम को सुंदरकांड के पाठ कराए गए । राज्यपाल कलराज मिश्र और उनके परिजनों के साथ ही राजभवन का स्टाफ सुदंरकांड पाठ में शामिल हुआ। राजभवन में 101 दीप प्रज्ज्वलित किए गए । राज्यपाल मिश्र ने कहा कि मैं प्रसन्न हूं,हम राम मंदिर निर्माण के लिए प्रतिबद्ध थे । आज हमारी प्रतिबद्धता पूर्ण हो रही है । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर खुशी जताई । भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भगवान राम के चित्र पर पूजा-अर्चना की।

पूनिया ने कहा कि मुझे दो बार कारसेवा में जाने का मौका मिला । पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने लोगों को शुभकामनाएं दी । सीएम गहलोत ने कहा कि भगवान राम का मंदिर हमारे देश में एकता व भाईचारे का प्रतिक बन सकता है। भगवान राम हमारी संस्कृति व सभ्याता में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं । उनका जीवन हमें सच्चाई,करूणा व भाईचारा सिखाता है । वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर कहा कि हमें विश्वास है यह भूमि पूजन एवं शिलान्यास ना केवल मंदिर निर्माण का है,बल्कि नये भारत तथा नये युग का भी है । एक ऐसा भारत जहां सामाजिक सद्भावना का बोलबाला हो,विकास की गंगा बहे तथा हर व्यक्ति तक न्याय की पहुंच सुनिश्चित हो । उन्होंने कहा कि मैं राजमाता की बेटी होने के नाते खुश हूं कि उनके जीवन का बड़ा सपना साकार हो रहा है । मैं भाजपा कार्यकर्ता के नाते खुश हूं ।

परिवहन मंत्री ने कराए रामायण पाठ

राम मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर प्रदेश के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास रामभक्ति में लीन रहे । खाचरियावास ने जयपुर में अपने सरकारी निवास पर रामायण पाठ  का आयोजन किया । उन्होंने वैदिक मंत्रोचार के साथ विधि-विधान से 24 घंटे का रामयाण पाठ पंडितों और बुद्धिजनों के सहयोग से शुरू किया।

खाचरियावास के साथ उनकी पत्नी, बेटे और परिजनों सहित कई करीबी लोग इस धार्मिक कार्य में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि भगवान राम सृष्टि के रचियता हैं । राम मंदिर का निर्माण का कार्य किसी पार्टी विशेष या प्रतिनिधि विशेष द्वारा नहीं बल्कि स्वयं भगवान राम की मर्जी से हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सभी जाति धर्मों के लोगों की सहमति के बाद राम मंदिर निर्माण हो रहा है । उन्होंने मंगलवार को दो माह का वेतन राम मंदिर निर्माण के लिए देने की बात कही थी ।

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