Rajasthan: जोधपुर में शराब तस्कर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला

Attack On Police Team राजस्थान के जोधपुर में शराब तस्कर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमले का मामला सामने आया है। इस मामले में दंपती को गिरफ्तार किया गया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 10:38 PM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 10:38 PM (IST)
Rajasthan: जोधपुर में शराब तस्कर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला
Rajasthan: जोधपुर में शराब तस्कर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला

जोधपुर, संवाद सूत्र। Attack On Police Team: जोधपुर के बासनी सेफा गांव में अवैध शराब की सूचना पर कार्रवाई करने गई पुलिस पर कुछ लोगों ने हमला बोल दिया। इस दौरान दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। शराब तस्कर और उसकी पत्नी ने पुलिस के साथ मारपीट भी की। महिलाओं ने पुलिसकर्मियों की वर्दियां फाड़ दीं और उन को नाखूनों से खरोंचा भी। जिसके बाद पुलिस ने शराब तस्कर और उसकी पत्नी को राजकार्य में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तार किया। जोधपुर के राजीव गांधी नगर थाने के सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि बासनी सेफा गांव में अवैध शराब बेचने की जानकारी मिलने पर  थाने के हेड कांस्टेबल नींब सिंह मय जाब्ता वहां पर पहुंचे।

इस पर शराब तस्कर कल्याण सिंह पुत्र रघुनाथ सिंह ने पुलिस के साथ बदतमीजी करते हुए शोर मचा दिया। इस पर आस पास रहने वाले उसके घर वाले और रिश्तेदार महिलाएं आदि जमा हो गईं। महिलाओं को आगे कर पुलिस के साथ अभद्र व्यवहार करने के साथ वर्दी फाड़ डाली। महिलाएं पुलिस को झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकियां देने के साथ मारपीट पर उतारू हो गईं। महिलाओं ने पुलिस को नाखूनों से खरोंच दिया। साथ ही, वर्दी फाड़ दी। जिसके बाद बदमाश अवैध शराब खुर्दबुर्द कर ले भागे।

घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने फिर बासनी सेफा गांव में छापा माकर वहां से कल्याण सिंह और उसकी पत्नी भंवर कंवर को गिरफ्तार कर लाई। कल्याण सिंह के खिलाफ पहले में भी आबकारी विभाग में केस है। पुलिस के अनुसार ये लोग देशी शराब बनाकर बेचते हैं। पुलिस तस्दीक में जुटने के साथ अवैध शराब बरामदगी के प्रयास कर रही है।

इधर, गुजरात एटीएस की एक टीम ने शुक्रवार सुबह सरहदी जिले बाड़मेर जिले के गडरारोड पुलिस थाना क्षेत्र से एक व्यक्ति को उठाया। इस घटना से आरोपित के घर वाले दंग रह गए। जिसके बाद उन्होंने तुरंत ही बाड़मेर पुलिस को अपहरण की सूचना दे दी। जिसके बाद पुलिस ने नाकाबंदी कर इस टीम को रोक लिया। बाद में एटीएस ने मय कागजात 38 बरस पुराने मामले की जानकारी दी तो पुलिस भी मामले में दंग रह गई, जिसके बाद पुलिस ने एटीएस को जाने दिया। गुजरात में हुई तीन हत्या और बैंक डकैती के मामले में करीब 38 बरस से इस आरोपित की तलाश की जा रही थी।

बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक आनन्द शर्मा ने बताया कि शुक्रवार गुजरात एटीएस की एक टीम ने वर्ष 1982 में तीन हत्या व बैंक डकैती के मामले में बिजावल निवासी शक्तिदान को उठाया था, जिसकी गुजरात पुलिस बरसों से तलाश रही थी।गुजरात एटीएस ने इस बारे में बाड़मेर पुलिस को किसी प्रकार की सूचना नहीं दी। एटीएस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। एटीएस की टीम के द्वारा करवाई करते ही आरोपित के परिजनों ने पुलिस को अपहरण की इत्तला दी। इसके बाद पुलिस ने नाकाबांदी करवा कर एटीएस की टीम को रोक लिया।

गुजरात एटीएस को सूचना मिली कि शक्तिदान बाड़मेर जिले से सरहदी क्षेत्र में आराम से रह रहा है। ऐसे में इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। नाकेबंदी में एटीएस की टीम ने वारंट दिखाने के साथ ही पुलिस को 38 बरस पुराने मामले की जानकारी दी। इस पर मामले का पटाक्षेप हो गया। मामले की जानकारी मिलने पर बाड़मेर पुलिस भी दंग रह गयी, जिसके बाद 38 साल से मामले में वांछित आरोपित शक्तिदान को लेकर एटीएस टीम गुजरात के लिए रवाना हो गई।

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