राजस्थान 2023 विधानसभा चुनाव: नेताओं में सोशल मीडिया पर भावी मुख्यमंत्री को लेकर जोर आजमाइश शुरू

राजस्थान 2023 विधानसभा चुनाव नेताओं में सोशल मीडिया पर भावी मुख्यमंत्री बताए जाने को लेकर जोर अजमाया सबके समर्थक अपने-अपने नेता को भावी सीएम बताकर चला रहे प्लेटफॉर्म सब का मकसद अपने नेता को भावी मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट कर लोगों को अधिक से अधिक जोड़ना है।

By PRITI JHAEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 09:59 AM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 12:14 PM (IST)
राजस्थान 2023 विधानसभा चुनाव: नेताओं में सोशल मीडिया पर भावी मुख्यमंत्री को लेकर जोर आजमाइश शुरू
राजस्थान 2023 विधानसभा चुनाव में भावी मुख्यमंत्री को लेकर जोर अजमाना शुरू

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान में विधानसभा चुनाव साल, 2023 में होने हैं, लेकिन भाजपा के दिग्गजों के बीच मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर अभी से जोर अजमाना शुरू है। दिग्गजों के समर्थक अपने-अपने नेता के समर्थन सोशल मीडिया पर मुहिम चला रहे हैं। सब का मकसद अपने नेता को भावी मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट कर लोगों को अधिक से अधिक जोड़ना है। पिछले सप्ताह पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थकों का एक पेज सोशल मीडिया पर सामने आया तो भाजपा में काफी हंगामा हुआ।

प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया,विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया व उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने दिल्ली जाकर भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से वसुंधरा समर्थकों द्वारा सोशल मीडिया पर चलाई जा रही मुहिम की शिकायत की थी। इन समर्थकों ने वसुंधरा राजे समर्थक मंच बना रखा है। मंच के संयोजक भाजपा के पुराने कार्यकर्ता हैं। वसुंधरा के बाद अब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत,सतीश पूनिया,राजेंद्र राठौड़ और सांसद दीया कुमारी के समर्थकों द्वारा सोशल मीडिया पर बनाए गए पेज सामने आए हैं। इन सभी पेज में अपने-अपने नेता को भावी मुख्यमंत्री बताया गया है। नेताओं और उनके समर्थकों के बीच सोशल मीडिया पर चल रही जंग से भाजपा कार्यकर्ता असमंजस की स्थिति में हैं। कार्यकर्ता चाहते हैं कि राष्ट्रीय नेतृत्व शीघ्र हस्तक्षेप कर इस प्रकरण का पटाक्षेप कर। उधर वसुंधरा समर्थकों द्वारा सोशल मीडिया पर चलाई जा रही मुहिम की शिकायत आलाकमान तक पहुंचाने वाले नेता खुद को भावी सीएम बताए जाने को लेकर बनाए गए प्लेटफॉर्म को लेकर घिर गए हैं ।

फेसबुक सहित अन्य प्लेटफॉर्म चल रहे ये पेज

वसुंधरा राजे समर्थक मंच के नाम से सोशल मीडिया पर बनाए गए प्लेटफॉर्म में उन्हे 2023 का भावी मुख्यमंत्री बताया गया तो पूनिया ने कहा यह केंद्रीय नेतृत्व के संज्ञान में है। अब "सतीश पूनिया समर्थक मोर्चा" नाम से एक प्लेटफॉर्म सामने आया,जिसमें उन्हे मुख्यमंत्री बनाने की बात कही गई। यह प्लेटफॉर्म पूनिया के पीए सचिन खरे चला रहे हैं। एक अन्य टीम "सतीश पूनिया राजस्थान" बना है, जिसकी एडमिन भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य शीला चंदन है। केंद्रीय मंत्री के समर्थकों ने "गजेंद्र सिंह शेखावत फॉर राजस्थान सीएम" ,"वी सपोर्ट गजेंद्र सिंह शेखावत एज सीएम राजस्थान", "टीम गजेंद्र सिंह शेखावत फॉर सीएम राजस्थान" नाम से तीन प्लेटफॉर्म बने हुए हैं। इन तीनों में शेखावत को भावी मुख्यमंत्री बताया गया है। "सांसद दीया कुमारी फॉर सीएम राजस्थान टीम " नाम से सोशल मीडिया पर बने पेज में उन्हे भावी मुख्यमंत्री बताया गया है। विधानसभा में भाजपा विधायक दल के उप नेता के समर्थकों ने " नेक्सट सीएम राजस्थान भाजपा राजेंद्र राठौड़" व "राजेंद्र राठौड़ ऑन लाइन सेना "बना रखा है। सांसद राज्यवर्धन सिंह के समर्थकों ने भी एक प्लेटफॉर्म बना रखा है।

पूनिया ने दिया शरारत करार

सतीश पूनिया ने खुद के नाम से सोशल मीडिया पर बने प्लेटफॉर्म को शरारत करार दिया है। उन्होंने कहा कि जिसने यह शरारत की उसकी पहचान कर ली गई है। हमारे लिए मोदी जी का व्यक्तित्व, कृतित्व और भाजपा का झंडा व कमल का चिह्न अपने आप में पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि मैं इस तरह के मंच के पक्ष में नहीं हूं।

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