Ajmer: असम कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशियों ने ख्वाजा की दरगाह पर माथा टेका, पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर के किए दर्शन
Ajmer असम कांग्रेस गठबंधन के चुनाव प्रत्याशियों ने ख्वाजा गरीब नवाज हजरत मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में माथा टेका और अकीदत की। चादर व पुष्प पेश कर मन्नत का धागा बांधा। तीर्थराज पुष्कर पहुंच कर जगत पिता ब्रह्मा मंदिर के दर्शन किए।
अजमेर, संवाद सूत्र। राजस्थान में आए असम कांग्रेस गठबंधन के चुनाव प्रत्याशियों ने ख्वाजा गरीब नवाज हजरत मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में माथा टेका और अकीदत की। चादर व पुष्प पेश कर मन्नत का धागा बांधा। तीर्थराज पुष्कर पहुंच कर जगत पिता ब्रह्मा मंदिर के दर्शन किए। मंगलवार शाम कड़ी सुरक्षा के बीच विशेष बस से अजमेर पहुंचे। सभी प्रत्याशियों को बस से पहले अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह और फिर तीर्थनगरी पुष्कर ले जाया गया। हाल ही में असम में हुए चुनाव के लिए मतदान के बाद असम कांग्रेस गठबंधन की सहयोगी पार्टी एआईयूडीएफ से जुड़े 17 सदस्यों को अजमेर में धार्मिक भ्रमण कराया गया। दल ने दरगाह शरीफ पहुंचकर गरीब नवाज की बारगाह में मखमली चादर व अकीदत के फूल पेश करके मकसद में सफलता की कामना की।
सूत्रों ने बताया कि इस दौरान घेराबंदी पुलिस की बनी रही। खादिम मुकद्दस मोईनी ने सभी को जियारत कराई तथा अंजुमन की ओर से दस्तारबंदी कर तवर्रुक भेंट किया। इस दौरान राज्य के कांग्रेसी नेता खानूखान बुधवाली तथा प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष नसीम अख्तर इंसाफ के पति इंसाफ अली भी मौजूद रहे। दल के सदस्यों ने पुष्कर पहुंचकर जगत पिता ब्रह्मा मंदिर के दर्शन कर समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
गौरतलब है कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अशोक गहलोत कांग्रेस के बाड़ेबंदी एक्सपर्ट मुख्यमंत्री बन चुके हैं। अपने ही नेताओं को कैद करने की जादूगरी उनसे अच्छी कोई नहीं कर सकता। जोधपुर सांसद शेखावत ने शनिवार को ट्वीट कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर कटाक्ष किया। शेखावत ने कहा कि असम में अभी नतीजे आए नहीं हैं और कांग्रेस को हार का भूत डराने लगा है। असम के अपने और सहयोगी दल के प्रत्याशियों को राजस्थान लाकर कांग्रेस ने फिर बाड़ेबंदी का सहारा लिया है। वैसे मुख्यमंत्री जी का मुख्य काम यही है। फाइव स्टार सेवाओं का बाड़ा बनाकर अपने ही नेताओं को कैद करना। शेखावत ने तंज कसते हुए कहा कि इस बार तो दूसरी पार्टी के नेताओं को भी बंदी बना लिया गया है। गहलोत को कांग्रेस का जेलर कहना ही सही होगा। वो अब अपने ही नेताओं पर जादूगरी से कैद करने में महारथ हासिल कर चुके हैं।