Rajasthan: अलवर नगर परिषद की सभापति और उसका बेटा रिश्वत लेते गिरफ्तार
Rajasthan अलवर नगर परिषद की सभापति बीना गुप्ता और उनके बेटे कुलदीप गुप्ता को राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। कांग्रेस के टिकट पर सभापति बनी गुप्ता ने किसी काम के बदले एक व्यापारी से साढ़े तीन लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में अलवर नगर परिषद की सभापति बीना गुप्ता और उनके बेटे कुलदीप गुप्ता को राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सोमवार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। कांग्रेस के टिकट पर सभापति बनी गुप्ता ने किसी काम के बदले एक व्यापारी से साढ़े तीन लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसमें से दो लाख 35 हजार रुपये वह पहले दे चुका था। अब शेष रकम लेते हुए गुप्ता और उसके बेटे को गिरफ्तार किया गया। गुप्ता कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र सिंह के निकट मानी जाती है। शिकायतकर्ता मोहन लाल ने एसीबी में करीब एक माह पहले शिकायत दी थी कि वह नगर परिषद की जमीन पर अस्थाई दुकान लगाने का ठेका देता है। परिषद ने उसे इसके लिए अधिकृत कर रखा है। इसके साथ ही परिषद का प्रचार-प्रसार भी करता है। इसके लिए परिषद की तरफ से उसे अधिकारिक रूप से दो प्रतिशत कमीशन मिलता है। गुप्ता इसमें से आधा हिस्सा मांगती है। एसीबी ने उसकी शिकायत का सत्यापन कराया, जो सही निकली। इस पर एसीबी की टीम ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए गुप्ता को उसके घर रिश्वत की रकम लेते हुए गिरफ्तार किया। घर पर की गई छानबीन में बड़ी मात्रा में सोना-चांदी के जेवरात भी मिले हैं। गुप्ता और उसके परिजनों के नाम से जमीनों के दस्तावेज भी मिले हैं। दोनों को मंगलवार सुबह कोर्ट में पेश किया जाएगा। उधर, गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद परिषद मुख्यालय के बाहर कर्मचारियों ने आतीशबाजी की।
बांसवाड़ा जिले में पट्टे के बदले पटवारी ने मांगी रिश्वत
उदयपुर, संवाद सूत्र। राज्य सरकार की ओर से दिए जा रहे पट्टों के एवज में पटवारी के रिश्वत मांगने पर सोमवार को लोगों ने प्रशासन गांवों के संग अभियान के दौरान जिला कलक्टर की मौजूदगी में पटवारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। लोगों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए तलवाड़ा के पटवारी संजय निनामा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। लोगों ने जिला कलक्टर से पटवारी को हटाने की मांग की है। लोगों ने बताया कि पटवारी पट्टा जारी करने के एवज में प्रति पट्टा पंद्रह सौ रुपए मांग रहा है। लोगों ने बताया कि जिला मुख्यालय से बारह किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत तलवाड़ा में गत 17 नवंबर को प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत शिविर लगा था। वर्षों से जमीन विशेष पर रहने वाले 42 लोगों ने पट्टा जारी करने के लिए आवेदन किया था। बावजूद इसके अभियान के तहत किसी को भी पट्टे नहीं वितरित किए गए। लोगों ने मामले में पूछताछ की तो उन्हें पता चला कि जारी किए जाने पट्टों पर पटवारी हस्ताक्षर नहीं कर रहा है। जब लोग पटवारी संजय निनामा से मिला तो उसने प्रति पट्टा जारी करने के एवज में पंद्रह सौ रुपये की मांग की थी। कुछ लोगों ने पट्टे के लालच में 15 सौ रुपये पटवारी को दिए, लेकिन पटवारी ने जब तक सभी आवेदक पैसे नहीं देते तब तक पट्टे देने से इन्कार कर दिया। इस संबंध में गांव की संतोष आदिवासी, भैरूलाल, कलावती, राजेंद्र, कमलेश, अशोक सहित अन्य लोगों ने जिला कलक्टर से शिकायत की। इधर, पटवारी संजय निनामा का कहना है कि उसके खिलाफ ग्रामीण मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं।ग्राम पंचायत की ओर से 40 पट्टे तैयार किए गए। इन पट्टों से जुड़े कागज पर किसी ने उनके साइन कर फर्जी सील लगा रखी हैं, जिसकी जांच की जा रही है। निनामा ने आशंका जताई कि लोगों से रुपये लेने वाला व्यक्ति कोई दलाल है। संभवत: उसने ही फर्जी साइन किए हैं।