Rajasthan: अजय माकन बोले, सरकार से संगठन में जाएंगे कुछ मंत्री

Rajasthan अजय माकन ने कहा कि कई मंत्री सरकार से संगठन में काम करने जाएंगे। विधायकों व पदाधिकारियों से मिले फीडबैक का हवाला देते हुए माकन ने कहा कि फेरबदल जल्द होगा कई मंत्रियों ने संगठन में काम करने की इच्छा जताई है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 07:50 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 07:50 PM (IST)
Rajasthan: अजय माकन बोले, सरकार से संगठन में जाएंगे कुछ मंत्री
अजय माकन बोले, सरकार से संगठन में जाएंगे कुछ मंत्री। फाइल फोटो

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार से पांच मंत्रियों की छुट्टी होना तय हो गया। पांचों मंत्रियों के खिलाफ विधायकों और संगठन के पदाधिकारियों ने खुलकर मोर्चा खोल दिया। सूत्रों के अनुसार, प्रदेश प्रभारी अजय माकन से विधायकों ने कहा कि मंत्रियों के यहां दलाल लगे हुए हैं। विधायकों और संगठन के पदाधिकारियों की सुनवाई नहीं होती, लेकिन दलालों की मर्जी से काम होते हैं। विधायकों की डिजायर रद्दी में फेंक दी जाती है और दलाल तबादला सूची बनाते हैं। दो दिन तक चली विधायकों की रायशुमारी के बाद शुक्रवार को माकन ने पदाधिकारियों की बैठक ली। इस मौके पर अजय माकन ने कहा कि कई मंत्री सरकार से संगठन में काम करने जाएंगे। विधायकों व पदाधिकारियों से मिले फीडबैक का हवाला देते हुए माकन ने कहा कि फेरबदल जल्द होगा, कई मंत्रियों ने संगठन में काम करने की इच्छा जताई है।

उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि साल, 2013 में मैंने मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री पद छोड़कर संगठन में कहा किया। कांग्रेस का महासचिव बना था। सूत्रों के अनुसार, माकन ने चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, महिला व बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, खान मंत्री प्रमोद जैन भाया और सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना को मंत्री पद से हटाने के संकेत दिए हैंं। शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का भी मंत्री पद जाएगा। वह प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। अब वह अध्यक्ष ही रहेंगे। अगस्त के दूसरे सप्ताह में होने वाले फेरबदल से पहले इन मंत्रियों से इस्तीफे मांगे जाएंगे। कांग्रेस के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी ने बताया कि पंजाब की तर्ज पर यहां भी चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाएंगे। माकन दिल्ली लौट गए। अब वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे।

विधायकों के बाद पदाधिकारी मंत्रियों पर भड़के

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमों के बीच चल रहे सियासी संग्राम को खत्म कराने आए माकन ने दो दिन तक विधायकों के साथ वन-टू-वन संवाद किया। शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी पदाधिकारियों से सरकार को लेकर फीडबैक लिया। इस दौरान कई पदाधिकारी मंत्रियों पर भड़क गए। उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान दवाओं की कालाबाजारी हो रही थी तो मैंने चिकित्सा मंत्री को 10 बार फोन किए, लेकिन उन्होंने बात नहीं की। महासचिव वेदप्रकाश सोलंकी, सचिव शोभा सोलंकी, मांगीलाल गरासिया और महेंद्र गुर्जर ने कई मंत्रियों पर भ्रष्टाचार और कार्यकर्ताओं की अनदेखी के आरोप लगाए।

विधायकों और पदाधिकारियों ने माकन से यहां तक कह दिया कि अगर खराब छवि वाले मंत्रियों को नहीं हटाया गया तो पार्टी की छवि को नुकसान होगा और जनता के बीच जाना मुश्किल होगा। पदाधिकारियों ने 100 सीटों पर हारे प्रत्याशियों से चर्चा नहीं करने पर भी माकन के समक्ष नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जिन निर्दलियों ने कांग्रेस के प्रत्याशियों को हराया, उनसे फीडबैक लिया जा रहा है। पदाधिकारियों की नाराजगी बढ़ती देख माकन ने हस्तक्षेप कर 2023 के चुनाव में फिर सत्ता में आने के लिए एकजुट करने का आह्वान किया। माकन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सत्ता और संगठन से जुड़े फैसले जल्द होंगे। मंत्रिमंडल फेरबदल, राजनीतिक नियुक्तियों व जिला कांग्रेस अध्यक्षों और ब्लाॅक अध्यक्षों को लेकर मंत्रणा जारी है।

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