Rajasthan: अलवर में आगरा मंडल का इंजीनियर रिश्वत लेते गिरफ्तार

Rajasthan इंजीनियर रमेश सिंह को राजस्थान के अलवर में रविवार शाम डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। अलवर निवासी ठेकेदार के डेढ़ करोड़ के बिल पास करने के बदले सिंह ने डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 09:10 PM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 09:10 PM (IST)
Rajasthan: अलवर में आगरा मंडल का इंजीनियर रिश्वत लेते गिरफ्तार
अलवर में आगरा मंडल का इंजीनियर रिश्वत लेते गिरफ्तार। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। उत्तर मध्य रेलवे आगरा के इंजीनियर रमेश सिंह को राजस्थान के अलवर में रविवार शाम डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। अलवर निवासी ठेकेदार के डेढ़ करोड़ के बिल पास करने के बदले सिंह ने डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस पर ठेकेदार ने राजस्थान भ्र्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में शिकायत की। ब्यूरो की जांच में शिकायत सही मिली। रविवार को रिश्वत की राशि लेने सिंह अलवर पहुंचा तो वहां जाल बिछाकर ब्यूरो की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह ने बताया कि रिश्वत लेने से पहले सिंह ने ठेकेदार को रविवार सुबह से दोपहर तक कई जगह बुलाया। सिंह ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि उसे शक था कि ठेकेदार किसी सरकारी एजेंसी में उसकी शिकायत कर सकता है। इस कारण एसीबी की टीम को सुबह से ही कई बार उसका पीछा करना पड़ा। उन्होंने बताया कि सिंह ने रिश्वत की राशि लेकर जैसे ही अपनी जेब में रखी, एसीबी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। सिंह राजस्थान के अलवर, बांदीकुई, रामगढ़, भरतपुर आदि क्षेत्रों में निर्माण कार्याें का जिम्मा संभालता है। वर्तमान में इन इलाकों में रेलवे के 20 करोड़ रुपये के काम चल रहे हैं। 

इधर, नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी और लैब में कार्यरत कर्मचारी लाइसेंसधारी किसानों की अफीम की गाढ़ता और मॉरफीन की मात्रा ज्यादा बताने के लिए 80 हजार रुपये प्रत्येक किसान से रिश्वत के रूप में लेते हैं। इसके साथ ही अफीम के पट्टे दिलवाने के नाम पर भी मोटी रकम वसूली जाती है। अगर किसी किसान ने रिश्वत देने से इनकार किया तो कोई कारण बताकर उसको पट्टा जारी नहीं किया जाता है। शनिवार को राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की पकड़ में आए वरिष्ठ आइआरएस अधिकारी शशांक यादव ने पूछताछ के दौरान इस बात का खुलासा किया है। यादव ने राजस्थान और मध्य प्रदेश के छह हजार किसानों से अफीम की गुणवत्ता अच्छी बताने और पट्टा दिलवाने के नाम पर पिछले छह माह में 35 करोड़ से ज्यादा की रकम वसूली है।

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