Rajasthan: कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की आलाकमान को सलाह, सचिन पायलट को नाराज करने के बजाय यूपी में उपयोग करें

Rajasthan अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए वहां के नेताओं ने प्रियंका गांधी से आग्रह किया है कि सचिन पायलट को नाराज नहीं किया जाना चाहिए। यूपी के 20 जिलों में गुर्जर समाज का प्रभाव है। ऐसे में पायलट का यहां उपयोग होना चाहिए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 05:13 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 10:57 PM (IST)
Rajasthan: कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की आलाकमान को सलाह, सचिन पायलट को नाराज करने के बजाय यूपी में उपयोग करें
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की आलाकमान को सलाह, पायलट को नाराज करने के बजाय यूपी में उपयोग करें। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में चल रहे सियासी संघर्ष का हल अब प्रियंका गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल निकालेंगे। इस बारे में आलाकमान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को बताया दिया है। दोनों से कहा गया है कि जुलाई में राज्य के बारे में बात होगी। वर्तमान में गहलोत व पायलट के बीच समन्वय कराने का जिम्मा प्रदेश प्रभारी अजय माकन संभाल रहे हैं, लेकिन राज्य के कई वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व प्रियंका गांधी तक यह संदेश पहुंचाया कि माकन राजस्थान के बजाय दिल्ली में ज्यादा सक्रिय रहते हैं। वे पिछले तीन माह से राज्य के दौरे पर भी नहीं आए। राज्य के कांग्रेसियों से माकन की मुलाकात भी आसानी से नहीं हो पाती है।

गहलोत व पायलट के बीच विवाद लंबा खींचने का कारण प्रदेश प्रभारी के जरूरत के मुताबिक, दिलचस्पी नहीं लेना बताया गया है। उधर, अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए वहां के नेताओं ने प्रियंका गांधी से आग्रह किया है कि सचिन पायलट को नाराज नहीं किया जाना चाहिए। यूपी के 20 जिलों में गुर्जर समाज का प्रभाव है। ऐसे में पायलट का यहां उपयोग होना चाहिए। उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी के सहयोगी के रूप में काम कर रहे राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर सहित कई नेताओं ने पायलट को राजस्थान के साथ ही यूपी के लिए उपयोगी बताया है।

राज्य के नेताओं ने कहा, गहलोत सर्वमान्य और पायलट संपत्ति

आलाकमान ने राज्य के वरिष्ठ नेताओं से गहलोत व पायलट के बीच चल रही खींचतान को खत्म करने को लेकर सुझाव मांगे हैं। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रघुवीर मीणा, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जुबेर खान ने गहलोत को राज्य का सर्वमान्य नेता बताते हुए कहा कि सरकार में फैसले लेने के लिए उन्हें स्वतंत्रता दी जानी चाहिए, लेकिन पायलट को भी नाराज नहीं करना चाहिए। राज्य के नेताओं ने आलाकमान से कहा कि भविष्य को देखते हुए पायलट को खोना नहीं चाहिए, वे पार्टी की संपत्ति हैं।

खंडेला ने कहा, गांधी परिवार से दिल से जुड़े हैं गहलोत

पूर्व केंद्रीय मंत्री व निर्दलीय विधायक महादेव सिंह खंडेला ने बृहस्पतिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राज्य में गहलोत ही कांग्रेस है, पायलट मुख्यमंत्री नहीं बन सके। उन्होंने कहा कि आलाकमान पायलट को कभी सीएम नहीं बनाएगा। गहलोत गांधी परिवार से दिल से जुड़े हैं। खंडेला ने कहा कि टिकट नहीं मिला तो मैं निर्दलीय चुनाव जीता और गहलोत के कारण ही सरकार को समर्थन दे रहा हूं। 

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