टीका लगवाने के छठें दिन चित्तौड़गढ़ के एएओ की मौत, ब्रेन हेमरेज बताया जा रहा है कारण

चित्तौड़गढ़ के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में सेवारत सहायक प्रशासनिक अधिकारी (एएओ) सुरेश चंद्र शर्मा ने कोरोना टीकाकरण के प्रथम चरण में टीका लगवाया था। जिसके पांचवें दिन उनकी तबियत खराब हो गई। हालांकि उनकी मौत का कारण ब्रेन हेमरेज बताया जा रहा है

By PRITI JHAEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 11:19 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 11:19 AM (IST)
टीका लगवाने के छठें दिन चित्तौड़गढ़ के एएओ की मौत, ब्रेन हेमरेज बताया जा रहा है कारण
टीका लगवाने के छठवें दिन एएओ की मौत

उदयपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना टीकाकरण के प्रथम चरण में टीका लगवाने वाले चित्तौड़गढ़ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के सहायक प्रशासनिक अधिकारी की छठवें दिन गुरुवार देर रात उदयपुर के निजी अस्पताल में मौत हो गई। हालांकि उनकी मौत का कारण ब्रेन हेमरेज बताया जा रहा है और पिछले तीन साल से वह किडनी की बीमारी का उपचार करा रहे थे।

बताया गया कि चित्तौड़गढ़ के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में सेवारत सहायक प्रशासनिक अधिकारी (एएओ) सुरेश चंद्र शर्मा ने कोरोना टीकाकरण के प्रथम चरण में टीका लगवाया था। जिसके पांचवें दिन उनकी तबियत खराब हो गई और चित्तौड़गढ़ के श्रीसांवलिया जिला अस्पताल से उन्हें उदयपुर के गीतांजली मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार देर रात उनकी मौत हो गई। गीतांजली अस्पताल के मुताबिक उनकी मौत का कारण टीकाकरण नहीं, बल्कि ब्रेन हेमरेज का होना बताया है।

बताया गया कि हाई ब्लड प्रेशर ग्रसित सुरेश चंद्र शर्मा की किडनी भी खराब हो चुकी थी। इधर, चित्तौड़गढ़ के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामकेश मीणा का कहना है कि सहायक प्रशासनिक अधिकारी शर्मा लंबे समय से हाई ब्लड प्रेशर तथा किडनी की बीमारी से ग्रसित थे और पिछले तीन साल से गुजरात के नडियाद स्थित निजी अस्पताल से उपचार ले रहे थे। दो दिन पहले बीस जनवरी की शाम खाना खाते समय उन्हें उल्टी होने लगी और वह बेहोश हो गए थे। परिजन उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां फिजीशियन डॉ.अनीश जैन ने हालत गंभीर होने पर उन्हें उदयपुर रेफर किया था। गत सोलह जनवरी को उन्हें कोरोना वैक्सीन लगाया गया था और उन्हें इससे कोई तकलीफ नहीं हुई थी। उदयपुर के गीतांजली मेडिकल कॉलेज एण्ड अस्पताल में उन्हें वेन्टीलेटर पर रखा गया था। 

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