Coronavirus: राजस्थान में कोरोना के 9046 नए मामले और 37 मौतें, जानें-किस जिले में कितने मामले

Coronavirus वीकेंड कर्फ्यू के पहले दिन शनिवार को राजस्थान में 9046 नए संक्रमित मिलने के साथ ही 37 लोगों की मौत हुई। एक्टिव केस 59999 हैं। उपचार के बाद 24 घंटे मे 2823 लोगों को स्वस्थ होने पर घर भेजा गया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 07:12 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 09:27 PM (IST)
Coronavirus: राजस्थान में कोरोना के 9046 नए मामले और 37 मौतें, जानें-किस जिले में कितने मामले
राजस्थान में कोरोना के 9046 नए मामले और 37 मौतें, जानें-किस जिले में कितने मामले। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में कोरोना की रफ्तार चरम पर पहुंच गई। कुुल संक्रमितों की संख्या चार लाख चार हजार 355 हो गई, वहीं मृतकों का आकड़ा 3109 तक पहुंच गया। सरकार की सख्ती के बावजूद संक्रमण लगातार फैल रहा है। वीकेंड कर्फ्यू के पहले दिन शनिवार को प्रदेश में 9046 नए संक्रमित मिलने के साथ ही 37 लोगों की मौत हुई। एक्टिव केस 59,999 हैं। उपचार के बाद 24 घंटे मे 2823 लोगों को स्वस्थ होने पर घर भेजा गया। तेजी से फैल रहे संक्रमण के बीच ऑक्सीजन सिलेंडरों व बेड की मांग बढ़ रही है। चिकित्सा व्यवस्थाएं अब छोटी पड़ती नजर आ रही हैं। अजमेर, जोधपुर, उदयपुर सहित कई शहरों के सरकारी अस्पतालों में पीड़ितों को बेड नहीं मिले।

जानें, किस जिले में कितने मामले

शनिवार को सबसे अधिक1485 जयपुर,1265 जोधपुर, 783 उदयपुर, 591 अलवर, 301 अजमेर, 146 बारां, 407 भीलवाड़ा, 326 बीकानेर, 283 चित्तौड़गढ़, 168 चूरू, 130 दौसा, 117 धौलपुर, 255 डूंगरपुर, 195 राजसमंद, 209 सवाईमाधोपुर, 182 सीकर,100 सिरोही, 129टोंक में पॉजिटिव केस मिले हैं। शेष 15 जिलों में दो अंकों में मरीज मिले हैं। उधर, मृतकों में सबसे ज्यादा 17 जोधपुर, तीन-तीन जयपुर, उदयपुर, सीकर व करौली में दो-दो व अजमेर, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, दौसा, श्रीगंगानगर, जालौर, झालावाड़, कोटा में एक-एक की मौत हुई है। जोधपुर में ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिलने से एक महिला की मौत हुई है। बढ़ते संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार शाम उच्च स्तरीय बैठक बुलाकर हालात की समीक्षा की। सरकार ने शुक्रवार शाम छह से सोमवाार सुबह छह बजे तक रात्रि कर्फ्यू लागू किया था। अगर संक्रमण बढ़ने का सिलसिला ऐसे ही जारी रहा तो रविवार को इसे और बढ़ाया जा सकता है।

सन्नाटा छाया रहा

प्रदेश में शुक्रवार शाम से लगाए गए वीकेंड कर्फ्यू के बाद शनिवार को प्रदेश के सभी शहरों एवं कस्बें में सन्नाटा पसरा रहा । ग्रामीण इलाकों में जरूर लोग बाहर निकले । शहरी इलाकों में पुलिसकर्मियोें ने मोर्चा संभाले रखा । गलियों में पुलिसकर्मी ने गश्त किया,जिनके भय से लोग घरों से बाहर नहीं निकले। सरकार ने मेडिकल सेवाओं,सब्जी,दूध व अन्य आवश्यक सेवाओं को लॉकडाउन से मुक्त रखा, जिसके कारण इनसे जुड़े लोग जरूरत सड़कों पर नजर आए। पास और आवश्यक दस्तावेज दिखाए जाने के बाद ही उन्हें आने-जाने की अनुमति दी गई। अधिकांश शहरों में दुकानदारों ने शुक्रवार शाम छह बजे रात्रि कर्फ्यू लागू होते ही सरकार द्वारा तय गाइडलाइन की पालना करते हुए सोमवार सुबह तक बाजार बंद रखने का निर्णय लिया। शनिवार को बंद के दौरान पिछले साल लागू किए गए लॉकडाउन की याद ताजा हो गई।

रिपोर्ट देखने के बाद ही दिया जा रहा प्रवेश

पड़ोसी राज्यों से प्रदेश में आने वाले लोगों का 72 घंटे पहले किए गए आरटीपीसीआर-टेस्ट की रिपोर्ट देखने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। गुजरात से आने वाले लोगों की डूंगरपुर, सिरोही जिलों की सीमा पर भीड़ लगी है। इसी तरह हरियाणा व दिल्ली से आने वालों की भिवाड़ी, शाहजहांपुर में, उत्तर प्रदेश से आने वालों की भरतपुर, धौलपुर व मध्य प्रदेश से आने वालों की चित्तौड़गढ़ सीमा पर एक बार सुबह भीड़ नजर आई, लेकिन बाद में हालात सामान्य हो गए। सीमा पर तैनात पुलिस व चिकित्सकों की टीम ने रिपोर्ट देखकर सभी को प्रवेश दिया।

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