उदयपुर में फुड पॉइजनिंग के 167 बीमार, निर्जला एकादशी पर व्रत करने वालों ने एक ही दुकान से खरीदा था आटा
निर्जला एकादशी पर व्रत करने वालों ने एक ही दुकान से लिया कांगणी का आटा उसी के सेवन से शहर के विभिन्न हिस्सों से आए एक साथ इतने मरीज संभागीय आयुक्त तथा जिला कलेक्टर मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने अस्पताल पहुंचे
उदयपुर, संवाद सूत्र। यहां एमबी अस्पताल में शहर के विभिन्न हिस्सों से फुड पॉइजनिंग के 167 मामले सामने आने से जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया। जांच से पता चला कि मरीजों में शामिल लोग निर्जला एकादशी पर व्रत रहे तथा उन्होंने एक ही दुकान से कांगणी का आटा खरीदा और उससे बनाई पूड़ी खाने से उन्हें पेट दर्द, उल्टी, दस्त तथा चक्कर आने की शिकायत हुई। सोमवार मध्यरात्रि से एक—एक कर फुड पॉइजनिंग के इतने केस आए कि एमबी अस्पताल प्रशासन भी हैरत में रह गया। मंगलवार दोपहर संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट एवं जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने अस्पताल पहुंचे।
बताया गया कि फुड पॉइजनिंग के शिकार लोगों में शहर के हाथीपोल, जगदीश चौक और घंटाघर एवं उसके नजदीकी इलाके के लोग शामिल हैं। इन लोगों ने निर्जला एकादशी के व्रत के बाद खाना खाया और उसके कुछ घंटे बाद उन्हें पेट दर्द, उल्टी, दस्त और चक्कर आने जैसी शिकायतें होने लगी। बीमार लोगों को उनके परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे। एकाएक बडऋी संख्या में फुड पॉइजनिंग के मरीजों के आने से एमबी अस्पताल के चिकित्सक भी हैरान रह गए। इस तरह के मरीजों के आने का सिलसिला मंगलवार सुबह तक भी जारी रहा।
अस्पताल प्रशासन ने फुड पॉइजनिंग के शिकार लोगों के लिए अगल से वार्ड उपलब्ध कराया तथा मामले की सूचना जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को दी। जिसके बाद सक्रिय स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन ने जांच कराया तो पता चला कि जिन लोगों को इस तरह की फुड पॉइजनिंग की शिकायत हुई, उन्होंने शहर के एक स्टोर से कांगणी का आटा खरीदा था और उससे बनाई पूड़ी खाई। जिसकी जांच कराने पर पता चला कि स्टोर पर उपलब्ध कांगणी का आटा खराब पाया गया।
बड़ी संख्या में उदयपुर के लोगों में फुड पॉइजनिंग की शिकायत के बाद मंगलवार दोपहर संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट और उदयपुर जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा एमबी अस्पताल पहुंचे। जहां दोनों अधिकारियों ने मरीजों से उनका हालचाल जाना। इस जिला कलेक्टर देवड़ा ने कहा कि लोगों ने कांगणी के आटा की सैंपलिंग ली गई है। पता लगाया जा रहा है कि यह आटा कहां से सप्लाई हुआ। खाद्य विभाग की टीम को जांच एवं कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इधर, एमबी अस्पताल प्रशासन ने बताया कि अब तक फुड पॉइजनिंग के 167 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें दो बच्चे शामिल हैं। जिनमें से 23 को छुट्टी दे दी गई है और 144 मरीजों का उपचार जारी है।