Coronavirus: राजस्थान में कोरोना के 11597 नए मामले और 157 मौतें, ब्लैक फंगस के भी 100 मरीज मिले

Coronavirus राजस्थान में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या एक लाख 76 हजार 363 है। सोमवार को उपचार के बाद 24594 मरीज रिकवर हुए हैं। प्रदेश में अब तक 6934 लोगों की मौत के साथ ही आठ लाख 71 हजार 276 कुल संक्रमित मिले हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 08:21 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 10:55 PM (IST)
Coronavirus: राजस्थान में कोरोना के 11597 नए मामले और 157 मौतें, ब्लैक फंगस के भी 100 मरीज मिले
राजस्थान में कोरोना के 11597 नए मामले और 157 मौतें, ब्लैक फंगस के भी 100 मरीज मिले। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में पिछले 24 घंटे में 11,597 नए कोरोना संक्रमित मिलने के साथ ही 157 की मौत हुई है। वर्तमान में एक्टिव केसों की संख्या एक लाख 76 हजार 363 है। सोमवार को उपचार के बाद 24,594 मरीज रिकवर हुए हैं। प्रदेश में अब तक 6,934 लोगों की मौत के साथ ही आठ लाख 71 हजार 276 कुल संक्रमित मिले हैं। इसी बीच, प्रदेश में ब्लैक फंगस के करीब 100 मरीज मिलने के बाद हरकत में आई सरकार ने इसके उपचार के काम आने वाली दवा के 2500 वायल खरीदने का निर्णय लिया है। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि ब्लैक फंगस के उपचार में काम आने वाली दवा लाइपोजोमल एम्फोटेरेसिन बी के 2500 वायल खरीदने के लिए सीरम कंपनी को क्रयादेश दिया गया है। इसके अतिरिक्त देश की आठ अन्य बड़ी कंपनियों से भी संपर्क किया जा रहा है। दवा खरीदने के लिए ग्लोबल टेंडर किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अन्य दवाओं की तरह केंद्र सरकार ने ब्लैक फंगस के उपचार में काम आने वाली दवा को भी अपने नियंत्रण में ले लिया है। केंद्र सरकार की राज्यों को आपूर्ति कर रही है। केंद्र सरकार से अब तक केवल 700 वायल मिले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से 50 हजार वायल देने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के इलाज के ब्लड शूगर होने पर ब्लैक फंगस की आशंका बढ़ जाती है। सरकारी और निजी अस्पतालों में कोविड के दौरान सीमित मात्रा में स्टेरॉइड देने के निर्देश दिए गए हैं। चिकित्सा मंत्री ने बताया कि कोरोना के बाद डायबिटीज के मरीज ज्यादा समय तक आईसीयू में रहने,संक्रमण और स्टेरॉइड दवाओं के ज्यादा इस्तेमाल के कारण ब्लैक फंगस का शिकार हो जाते हैं। ब्लैक फंगस के उपचार के लिए जयपुर स्थित राज्य के सबसे बड़े सवाई मान सिंह अस्पताल में अलग से वार्ड बनाया गया है। विशेषज्ञों द्वारा सुझाए गए दवा के विकल्पों पर भी सरकार विचार कर रही है।

chat bot
आपका साथी