Rajasthan: आयकर विभाग की छापेमारी में 100 साल पुराने एंटीक सामान मिले
Rajasthan आयकर विभाग की कार्रवाई से राजस्थान में हड़कंप मचा हुआ है। तीन में से एक जवाहरात कारोबारी सिल्वर आर्ट ग्रुप के यहां आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की कार्रवाई शनिवार को पांचवें दिन भी जारी रखी।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Rajasthan: जयपुर के तीन व्यापारिक समूहों पर आयकर विभाग की कार्रवाई से राजस्थान में हड़कंप मचा हुआ है। तीन में से एक जवाहरात कारोबारी सिल्वर आर्ट ग्रुप के यहां आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की कार्रवाई शनिवार को पांचवें दिन भी जारी रखी। आयकर विभाग की सूचना के बाद शनिवार को जयपुर पुलिस ने भी अपने स्तर पर जांच शुरू की है। सिल्वर आर्ट ग्रुप के यहां आयकर विभाग की टीम को कई ऐसे एंटीक सामान मिले हैं, जो कि 100 साल से भी ज्यादा पुराने हैं। इस पर आयकर विभाग की तरफ से जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव को पत्र लिखकर सूचना दी गई। छापेमारी की कार्रवाई के दौरान विदेशियों को एंटीक सामान बेचने के पुख्ता सबूत मिले हैं।
श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस अब अपनी कार्रवाई शुरू करेगी, हम आयकर अधिकारियों के संपर्क में हैं। पुलिस इस बात की जांच करेगी कि क्या एंटीक सामान नियामानुसार रखे गए हैंं, इनका क्या स्त्रोत है। एंटीक सामान विदेशियों को बेचा गया है। विदेशियों को यहां का एंटीक सामान बेचने पर रोक है, इसे बेचना गैर कानूनी है। उन्होंने कहा कि भारी मात्रा में एंटीक सामान मिला है, इसलिए जांच करना जरूरी है। पुलिस प्रत्येक एंटीक सामान के रजिस्ट्रेशन की भी जांच करेगी, जो कि जिला प्रशासन में करना आवश्यक होता है। आयकर विभाग से मिलने वाली टीम से मिले इनपुट के बाद पुलिस सक्रिय हो गई। उधर, आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार इस ग्रुप के यहां करीब 700 करोड़ के आसपास की अघोषित आय की गणना अब तक की जा चुकी है। दस्तावेजों की आयकर विभाग की टीम जांच कर रही है। सिल्वर आर्ट ग्रुप एक यहां शुक्रवार को मिली सूरंग की चर्चा शनिवार को भी रही। सूरंग में मिले एंटीक सामान और दस्तावेजों के साथ अल्फा न्यूमेकिरक कोड में मिले हिसाब के सबूत मिले हैं। सूत्रों के अनुसार, इस समूह के यहां जांच पूरी होने तक अघोषित आय का आंकड़ा 800 करोड़ तक पहुंच सकता है ।
कर्मचारियों के नाम से बाजार में उधार देने के दस्तावेज मिले
उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग ने पांच दिन पहले जयपुर के तीन समूहों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की थी। इनमें सिल्वर आर्ट ग्रुप के अलावा भू कारोबारी चौरड़िया ग्रुप के यहां 650 करोड़ के लेनदेन के साथ ही जमीनों के दस्तावेज मिले। इसी तरह प्रदेश में काॅलोनी विकसित करने और फ्लैट निर्माण का काम करने वाले गोकुल समूह के यहां करीब 150 करोड़ के लेनदेन के दस्तावेज मिले हैं। इस समूह के यहां की गई छापेमारी में कर्मचारियों के नाम से ब्याज पर रकम उधार देने के भी कागज मिले हैं। तीनों समूहों के कुल 28 ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई हुई। इसमें से सिल्वर आर्ट ग्रुप के यहां कार्रवाई अभी भी जारी है। तीनों समूहों के प्रतिनिधियों ने इस बारे में बात करने से इनकार कर दिया। वहीं आयकर विभाग के अधिकारियों ने जांच पूरी होने तक कुछ भी बोलने से मना किया है।