वर्ल्ड ह्यूंमन प्रोटक्शन कौंसिल के पदाधिकारियों ने अब भूख हड़ताल शुरू की, सरकार को कोसा
वर्ल्ड ह्यूंमन प्रोटक्शन कौंसिल (डब्ल्यूएचपीसी) के पंजाब वाइस चेयरमैन केवल सिंह पंडोरी गोला की अगुआई में डीसी कार्यालय के समक्ष धरना दिया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : वर्ल्ड ह्यूंमन प्रोटक्शन कौंसिल (डब्ल्यूएचपीसी) के पंजाब वाइस चेयरमैन केवल सिंह पंडोरी गोला की अगुआई में डीसी कार्यालय के समक्ष धरना दिया जा रहा है। अब उनकी तरफ से भूख हड़ताल शुरू करते हुए राज्य सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की गई।
केवल सिंह पंडोरी गोला ने कहा कि कैप्टन सरकार द्वारा जहरीली शराब बेचने पर फांसी की सजा का सदन में बिल लाने का जिक्र किया जा रहा है, परंतु सरकार को चाहिए कि जहरीली शराब के मामले में बेकसूर लोगों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे बिना देरी वापस लिए जाएं। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से जिले में 100 से अधिक मौतें हुई थीं। बड़े तस्करों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई। सियासी नेताओं के नाम भी उछलते रहे, लेकिन सरकार ने उन नेताओं को इसलिए बचा लिया, क्योंकि वह कांग्रेस पार्टी से थे। इस अवसर पर सुखदेव सिंह कक्का कंडियाला ने कहा कि जहरीली शराब के मामले में कानून सख्त होना चाहिए, परंतु बेकसूर लोगों को झूठे मामले में फंसाना भी ठीक नहीं है। इस अवसर पर बचन सिंह, जसबीर कौर, हरदेव सिंह, प्रभजीत कौर, मलकीत मीतू, राम प्रकाश उपस्थित थे।
इससे एक दिन पहले ही वर्ल्ड ह्मूमन प्रोटेक्शन कौंसिल की ओर से डीसी कार्यालय के समक्ष दिए जा रहे धरने को आम आदमी पार्टी (आप) के नेता लखविंदर सिंह फौजी व वरिदर सिंह धामी ने समर्थन दिया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि बड़े मगरमच्छों को काबू करने के बजाय पुलिस ने बेकसूर लोगों को धारा 302 में नामजद करके जेल भेज दिया है। लखविंदर सिंह फौजी ने कहा था कि पुलिस ने धारा 302 के तहत केस दर्ज करके कांग्रेस के इशारे पर बेकसूर लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जबकि इस मामले से जुड़े कई बड़े तस्कर अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।