गांव शेरों में लगे वार्षिक मेले में उड़ी नियमों की धज्जियां

। पंजाब सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए गांव शेरों में बाबा सिधाणा जी के जोड़ मेले में 500 से अधिक लोगों का जमावड़ा रहा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 08:19 PM (IST) Updated:Fri, 17 Jul 2020 06:11 AM (IST)
गांव शेरों में लगे वार्षिक मेले में उड़ी नियमों की धज्जियां
गांव शेरों में लगे वार्षिक मेले में उड़ी नियमों की धज्जियां

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : पंजाब सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए गांव शेरों में बाबा सिधाणा जी के जोड़ मेले में 500 से अधिक लोगों का जमावड़ा रहा। यहां तक कि एक किलोमीटर के घेरे में खान-पान व मनियारी समेत कई अन्य स्टाल भी लगाए गए थे।

तीन दिन पहले राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस के मद्देनजर सख्त आदेश दिए गए थे। आदेशों केमुताबिक अब विवाह समागम में 30 लोगों से अधिक के जमा होने पर केस दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। परंतु सरकारी आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाई गई। जम्मू-कश्मीर, राजस्थान राष्ट्रीय मार्ग पर स्थित गांव शेरों में बाबा सिधाणा जी की याद में लगे जोड़ मेले में न तो प्रबंधकों ने कोरोना से बचाव को लेकर नियमों का पालन किया और न ही सिविल और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने किसी को रोका। राष्ट्रीय मार्ग स्थित सड़क से लेकर जोड़ मेले वाले स्थान के आसपास सैकड़ों लोग खरीदो-फरोख्त करते नजर आए। जोड़ मेले में 20 से अधिक स्टाल भी लगाए गए। मनियारी, खिलौने, रेडीमेड कपड़े, कैप, बैलेट, जूते, मनोरंजन के सामान के अलावा गोल-गप्पे, कड़ी चावल, जूस, कोलड्रिंक, फास्ट फूड के स्टालों की अनुमति किसने दी। यह सवाल पैदा हो रहे हैं। मेले में छोटे बच्चों के लिए झूले भी लगाए गए। गौर हो कि प्रदेश में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। गांव शेरों में कुश्ती-दंगल करवाने का भी प्रबंध किया गया था। जो एक दिन पहले ही रद कर दिया गया। सारा दिन लंगर वितरण किया जाता रहा। मेले में आने वाले लोगों ने न तो मास्क पहन रखे थे और न ही शारीरिक दूरी का पालन किया। स्टाल लगाने वाले दुकानदारों ने भी मास्क नहीं पहने थे।

उधर, सब डिवीजन पट्टी के डीएसपी कुलजिंदर सिंह ने कहा कि जोड़ मेला लगाने की प्रशासन ने कोई मंजूरी नहीं दी। फिर भी संबंधित थाना प्रभारी से रिपोर्ट ली जाएगी।

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