जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में दो गुटों में झगड़ा, पुलिस ने बरसाई लाठियां
डीसी कार्यालय में कांग्रेसी के जिला परिषद मेंबर मनीष कुमार मोनू चीमा का एक अन्य पक्ष के साथ विवाद हो गया।
जागरण संवाददाता, तरनतारन: रविवार को गांव चीमा कलां में हुए झगड़े के बाद पुलिस द्वारा आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करते ही भगवान वाल्मीकि धर्म समाज द्वारा पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए डीसी को ज्ञापन देने का प्रोग्राम तय किया। डीसी कार्यालय में उनका कांग्रेसी के जिला परिषद मेंबर मनीष कुमार मोनू चीमा व सरपंच अवन कुमार सोनू चीमा के साथ आमना-सामना हो गया। दोनों गुटों के बीच खूब तकरार हुआ। जिसके चलते पुलिस को हाथ-पैरों की पड़ गई। भीड़ को भगाने के लिए पुलिस ने लाठियां भी बरसाई।
रविवार की शाम को गुरु ज्ञाननाथ वाल्मीकि धर्म समाज की ओर से हरविंदर कौर उस्मां ने थाना सराय अमानत खां जाकर पुलिस द्वारा एक तरफा मामला दर्ज करने का विरोध किया था। जिसके बाद सोमवार को प्रशासन के खिलाफ धरना देने का फैसला किया गया। समाज की ओर से हरविंदर कौर उस्मां के साथ नछत्तर नाथ, प्रेम सिंह रंघरेटा, मुखत्यार शेरगिल, राजकोटला, रविंदर हंस, गुरमुख सिंह ने प्रशासन खिलाफ धरना देते हुए डीसी से मिलने का समय मांगा।
इस दौरान कांग्रेस के जिला परिषद मेंबर मनीष कुमार मोनू चीमा, सरपंच अवन कुमार सोनू चीमा भी अपने समर्थकों समेत वहां पहुंचे। उन्होंने हरविंदर कौर उस्मां पर ब्लैकमेलिंग करने का आरोप लगाया जबकि महिला ने कहा कि जाति सूचक गालियां देकर उनको जान से मारने की धमकियां दी गई है। दोनों गुट प्रशासन की मौजूदगी में आमने-सामने हो गए। जिनको भगाने के लिए पुलिस ने लाठियां भी बरसाई। धारा 144 होने के बाबजूद लाठियां लेकर घूमते रहे लोग इस दौरान वाल्मीकि धर्म समाज के अध्यक्ष नछत्तर शेरगिल की गाड़ी को तोड़ने का प्रयास किया गया। मौके पर मौजूद पुलिस ने सुरक्षा के बीच उक्त गाड़ी कांप्लेक्स से बाहर निकलवाई। हालांकि इससे पहले सुरक्षा के मद्देनजर जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स का बाहरी गेट बंद कर दिया गया। धारा 144 लगी होने के बावजूद लाठियां लेकर दर्जनों लोग इधर-उधर घूमते रहे। मौके पर एसपी इन्वेस्टीगेशन हरजीत सिंह धालीवाल, डीएसपी कमलजीत सिंह औलख समेत पुलिस अधिकारियों ने दोनों गुटों को शांत किया। जिला परिषद मेंबर मनीष कुमार मोनू चीमा ने हरविंदर कौर उस्मां के खिलाफ डिप्टी कमिश्नर को लिखित शिकायत भी दी है। इसकी जांच एसपी हरजीत सिंह को सौंपी गई है। उधर, हरविंदर कौर उस्मां का आरोप है कि दलित परिवार की महिलाओं को जाति सूचक गालियां दी गई हैं। इस संबंध में अगर कार्रवाई न हुई तो भगवान वाल्मीकि समाज द्वारा संघर्ष किया जाएगा।