पंघूड़े में मिला भोर का 'तारा', सिविल सर्जन ने दुलारा

तरनतारन : लावारिस, अनचाहे व लावारिस ब'चों के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए पंघू़ड़े में पहला ब'चा पहुंचा जिसकी हालत नाजुक थीं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 01:08 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 01:08 AM (IST)
पंघूड़े में मिला भोर का 'तारा', सिविल सर्जन ने दुलारा
पंघूड़े में मिला भोर का 'तारा', सिविल सर्जन ने दुलारा

जागरण संवाददाता, तरनतारन : लावारिस, अनचाहे व लावारिस बच्चों के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए पंघू़ड़े में पहला बच्चा पहुंचा जिसकी हालत नाजुक थीं। बच्चे को प्राथमिक उपचार के बाद बेबे नानकी वार्ड अमृतसर भेज दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि डिप्टी कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने पहल करते हुए सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के पास पंघूड़ा प्रोजेक्ट को शुरू करवाया था। वीरवार को तड़के साढे 3 बजे सिविल अस्पताल की आपातकालीन वार्ड में घंटी सुनाई दी। यह घंटी अस्पताल के बाहर लगाए गए पूंघड़े में आए बच्चे की थी। मौके पर सेहत विभाग की टीम ने बिन कपड़ों वाले बच्चे को लेकर प्राथमिक उपचार किया। सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. रोहित मेहता ने बताया कि ऐसा लगता है कि बच्चे को जन्म के तुरंत बाद किसी ने पंघूड़े में छोड़ा है सिविल सर्जन डॉ. शमशेर सिंह ने बताया कि प्रथम उपचार के बाद बच्चे को बेबे नानकी वार्ड अमृतसर दाखिल करवा दिया गया। क्योकि बच्चे की हालत ठीक नहीं है।

नहीं होगी पूछताछ : डीसी

डीसी प्रदीप सभ्रवाल ने दैनिक जागरण को बताया कि पंघूड़े में बच्चा रखने वाले व्यक्ति की न तो कोई शिनाख्त की जाएगी और न ही उनसे कोई पूछताछ की जाएगी। उन्होंने बताया कि खेतों और सड़कों के किनारे नवजात बच्चों का मिलना समाज पर कलंक से कम नहीं। इस कलंक को धोने के लिए पंघूड़ा लगाना बहुत जरूरी था। सभ्रवाल ने बताया कि समाज सेवी संस्थाओं को चाहिए कि पंघूड़ा प्रोजेक्ट के बाबत पूरे जिले में प्रचार करे तां जो किसी मासूम की जान से खिलवाड़ न हो।

दो माह के बाद दिया जाएगा गोद : डॉ. गुप्ता

बाल सुरक्षा कमेटी चेयरमैन डॉ. दिनेश गुप्ता ने बताया कि बच्चे को ईलाज लिए बेबे नानकी वार्ड अमृतसर भेजने मौके बाल सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार की भी ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि बच्चे के तंदरुस्त होने के बाद उसे जालंधर स्थित अडॉपशन एजेंसी भेजा जाएगा। यहां पर दो माह के बाद कानूनी कार्रवाई करते हुए उक्त बच्चे को किसी जरूरतमंद को गोद दे दिया जाएगा।

chat bot
आपका साथी