शहर के चौराहों पर नहीं दिखी पुलिस, मोर्चे भी खाली
तरनतारन : जैश-ए- मोहम्मद के आतंकियों के पंजाब में दाखिल होने की सूचना के बाद हाई अलर्ट घोषित किया गया था।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : जैश-ए- मोहम्मद के आतंकियों के पंजाब में दाखिल होने की सूचना के बाद हाई अलर्ट घोषित किया गया था। हाई अलर्ट के बावजूद अमृतसर जिले के गांव अदलीवाल में निरंकारी भवन पर आतंकी हमला हुआ। इस हमले के बाद दोबारा हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया, जिसका असर तरनतारन में नहीं दिखा।
दैनिक जागरण की टीम द्वारा तरनतारन शहर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए शहर के विभिन्न चौंक चौराहों का रुख किया गया। शहर के केंद्र माने जाते बोहड़ी चौंक में न तो कोई पीसीआर की टीम दिखाई दी और न ही पुलिस के जवान। इस चौक में पक्के तौर पर नाका होता है। थाना सिटी के करीब पड़ते इस चौक में आपातकालीन स्थिति से निपटने लिए पुलिस प्रशासन द्वारा मोर्चा बनाया गया था जो खाली नजर आया। एसएसपी आवास के बाहर भी सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर एक भी कर्मी दिखाई नहीं दिया। यहां पर पावरकाम का भी कार्यलय है। मुख्य गेट पर पुलिस कर्मियों के लिए बनाया गया मोर्चा जहां खाली था वहीं मुख्य सड़क पर पुलिस कर्मी नहीं थे। यातायात पर कंट्रोल करने के लिए बेरिगेट जरूर लगाए गए थे। रेलवे स्टेशन और बस अड्डे के आसपास भी सुरक्षा व्यवस्था नजर नहीं आई। हाई अलर्ट होते ही लिंक सड़कों को मुख्य सड़कों से जोड़ने वाले रास्तों पर नाकाबंदी होती है। परंतु ऐसा कुछ भी नजर नहीं आया। श्री ठाकुर द्वारा मदन मोहन मंदिर, श्री दरबार साहिब और राधा स्वामी डेरे के आसपास कोई सुरक्षा कर्मी नजर नहीं आया।
जरूरी जगहों पर लगे हैं नाके : एसएसपी
एसएसपी दर्शन सिंह मान कहते है कि सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी तरह की कोई चूक नहीं है। जरूरी जगहों पर नाकाबंदी और चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन अपनी जिम्मेदारी को इमानदारी से निभाने का पाबंद है। जिसमें लोगों का सहयोग चाहिए।