हाई अलर्ट के बावजूद नींद में तरनतारन पुलिस, नाके हैं खाली
तरनतारन : खुफिया एजेंसियों द्वारा अमृतसर में आतंकी मूसा के दाखिल होने की सूचना दिए जाने के बाद पुलिस को चौकसी बरतने के आदेश दिए गए थे, इसके बावजूद अदलीवाल स्थित निरंकारी भवन में आतंकियों ने ग्रेनेड विस्फोट कर दिया।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : खुफिया एजेंसियों द्वारा अमृतसर में आतंकी मूसा के दाखिल होने की सूचना दिए जाने के बाद पुलिस को चौकसी बरतने के आदेश दिए गए थे, इसके बावजूद अदलीवाल स्थित निरंकारी भवन में आतंकियों ने ग्रेनेड विस्फोट कर दिया। इस घटना के बाद भी तरनतारन पुलिस अभी भी नींद में हैं। हालत यह है कि घटना के दूसरे दिन दैनिक जागरण की टीम ने जब ग्राउंड लेवल पर जांच की गई तो शहर में कोई भी नाकाबंदी नहीं थी और न ही कहीं पुलिस गश्त देखी गई।
रविवार को तरनतारन स्थित निरंकारी भवन के बाहर सुरक्षा पहरा काफी सख्त था। वहीं सोमवार को वहां एक भी सिपाही नजर नहीं आया। क्यूआरटी (1) की टीम भी यहां तैनात नहीं थी। ऐसी ही व्यवस्था बोहड़ी चौंक में देखी गई । यहां भी न तो कोई नाकाबंदी थी और नहीं कोई ट्रैफिक पुलिस। सिविल अस्पताल, एसडीएम कार्यलय, तहसील चौंक सहित विभिन्न सरकारी प्रतिष्ठानों में भी पुलिस का कोई पहरा नजर नहीं आया। जबकि नूरदी अड्डा, दरबार साहिब सराए, महाराजा रंजीत सिंह स्कूल के पास पीसीआर की टीमें रोजाना की तरह तैनात थी। दैनिक जागरण की टीम जब बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पहुंची तो वहां पर मुसाफिरों का तो जमावड़ा था। परंतु पुलिस सुरक्षा कहीं नहीं थी। सरकार द्वारा घोषित किए रेड अलर्ट मुताबिक भीड़ वाले चौंक चौराहों और सार्वजनिक स्थानों के अलावा धार्मिक स्थानों के आस पास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाती है परंतु तरनतारन में ऐसा कुछ भी नहीं था।
सूचना मिली है, जांच के आदेश दिए है : आई जी बार्डर जोन
आईजी बॉर्डर जोन सु¨रदरपाल परमार का कहना है कि अमृतसर ब्लॉस्ट के तुरंत बाद हाई अलर्ट है। हाई अलर्ट के मुताबिक जगह जगह नाकाबंदी, चैकिंग व गश्त होती है। तरनतारन में हाई अलर्ट के दौरान सार्वजनिक स्थानों पर नाकाबंदी न होने बाबत कुछ रिपोर्ट मिली है। जिस बाबत जांच के आदेश दिए गए है। उन्होंने कहा कि यह भी हो सकता है कि खुफिया ढंग से सुरक्षा व्यवस्था को पहल दी जा रही है।