बेटे की शहादत पर गर्व, पिता बोले- मेरा शेर पुत देश दे लेखे लग गया
पिता कुलवंत सिंह ने भारत माता की जय व जो बोले सो निहाल सतश्री अकाल के जयघोष किए।
धर्मबीर सिंह मल्हार, ख्वासपुर (तरनतारन)
जम्मू-कश्मीर के जिला राजौरी में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात जेके राइफल्स के जवान सुखबीर सिंह की शहादत पर जहां परिवार टूटा नजर आया, वहीं बेटे की शहादत पर गर्व करते हुए पिता कुलवंत सिंह ने भारत माता की जय व जो बोले सो निहाल सतश्री अकाल के जयघोष किए। साथ ही बोले, 'नी जस्सीए (शहीद की मां जसबीर कौर) आह वेख मेरा शेर पुत देश दे लेखे लग गया ए।' सुखबीर सिंह चार माह पहले अपनी बड़ी बहन दविंदर कौर के विवाह पर छुट्टी आया था। हाल ही में उसका तबादला अमृतसर के खासा यूनिट में होने वाला था कि अचानक उसने शहादत का जाम पी लिया।
उधर, सुखबीर की छोटी बहन कुलविंदर कौर भाई की शहादत की खबर सुन बेसुध सी हो चुकी थी। बोली, 'मैंनू नूं नई पता, मैं तां वीरे नाल गल्ल करनी ए.. वे सुक्ख तूं तां केंहदा सी मैं छुट्टी आउणा ए, पर आह की होणी हो गई।' इतना कहते ही वह बेहोश हो गई। आसपास बैठे रिश्तेदारों ने जब उसे पानी पिलाया तो होश में आते ही शहीद हुए सैनिक भाई का नाम पुकारते हुए फिर विरलाप करने लगी। यह मंजर देखने वालों की आंखें नम हो गई।
मंजर और भी गमगीन हो गया जब बेटी कुलविंदर कौर को होश में लाने लिए गोद में लेकर बैठी मां जसबीर कौर मलेशिया बैठे बड़े बेटे कुलदीप को आवाज देकर यह कहती सुनाई दी, 'वे तूं ई हुण घर मुड़ आ।' मां से कहा था, तू मेरे लई गर्म कोटी बुनके रखीं
वीरवार शाम को सात बजे ही सुखबीर सिंह ने अपने घर फोन किया था। फोन पर ही उसने अपने तबादले की जानकारी देते हुए कहा था कि जल्द ही छुट्टी पर घर आउंगा। सुखबीर सिंह ने अपनी मां जसबीर कौर को गर्म कोटी बुनने के लिए कहते बताया था कि आने वाले दिनों में ठंड बढ़ जाएगी। मां के हाथ की बुनी कोटी जब पहनूंगा तो ऐसा लगेगा कि जैसे मां की गोद में बैठा हूं। इसलिए तू मेरे लिए कोटी बुनकर रखना।