नगर सुधार ट्रस्ट की चेयरमैनी लिए सरगर्मी तेज

नेताओं को खुश करने के लिए चेयरमैनियों का पिटारा खोलने की तैयारी की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Oct 2019 05:38 PM (IST) Updated:Sun, 20 Oct 2019 05:38 PM (IST)
नगर सुधार ट्रस्ट की चेयरमैनी लिए सरगर्मी तेज
नगर सुधार ट्रस्ट की चेयरमैनी लिए सरगर्मी तेज

जागरण संवाददाता, तरनतारन : चार विधानसभा हलकों के चुनाव नतीजों के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा नेताओं को खुश करने के लिए चेयरमैनियों का पिटारा खोलने की तैयारी की गई है। जिसके तहत नगर सुधार ट्रस्ट तरनतारन के अगले चेयरमैन के लिए कई नाम चर्चा में आने लगे हैं।

2006 में तरनतारन जिला बना था तो कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रो. गुरविंदर सिंह ममणके को ट्रस्ट का पहला चेयरमैन बनाया था, जबकि गठजोड़ सरकार के कार्यकाल दौरान यह चेयरमैनी भाजपा के खाते में आ गई थी। इस दौरान चंद्र अग्रवाल लगातर चेयरमैन बनते आ रहे थे। हालांकि कुछ देर के लिए बीबी सरबजीत कौर बाठ भी चेयरपर्सन बनाया गया था।

कांग्रेस सरकार के ढाई वर्ष गुजर जाने के बाद नगर कौंसिल के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट जतिंदर सूद का नाम पैनल में है। वह शहर के जाने माने चेहरा हैं। इसी तरह दूसरा नाम पंजाब कांग्रेस के सचिव जनक राज अरोड़ा का है। वह कांग्रेस से लंबे समय से जुड़े हुए है। अरोड़ा ब्लॉक कांग्रेस के लंबे समय तक अध्यक्ष के तौर पर रहते हुए प्रदेश के कई कांग्रेस अध्यक्षों के साथ काम कर चुके है। चेयरमैनी के लिए तीसरा नाम अवतार सिंह तनेजा का है। वाइन किंग के तौर पर जाने जाते वरिष्ठ कांग्रेसी हरजिंदर सिंह ढिल्लों का नाम भी चेयरमैनी के दावेदारों के पैनल में शामिल है। ढिल्लों हलका विधायक व उनके पुत्र के करीबियों में माने जाते है। 13 साल से है ट्रस्ट कंगाल

2006 में जब नगर सुधार ट्रस्ट बना था तो चेयरमैन के लिए गाड़ी की व्यवस्था नहीं थी। जहां तक कि चेयरमैन का कार्यालय भी किराये की इमारतों में रहता आ रहा है। शहर का विकास करवाने में भले ही ट्रस्ट की अहम भूमिका होती है। परंतु वर्षो से नगर सुधार ट्रस्ट का गल्ला खाली चला आ रहा है। 13 वर्ष के दौरान अभी भी ट्रस्ट के कार्यालय लिए अभी तक जमीन नहीं खरीदी जा सकी।

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