नाके पर साफ्टवेयर बताएगा वाहन चालक आपराधिक छवि का तो नहीं
गैरकानूनी तत्वों पर शिकंजा कसने के लिए अब जिले में लगाए जाने वाले नाकों पर वाहनों की जांच साफ्टवेयर की मदद से होगी।
जासं, तरनतारन: गैरकानूनी तत्वों पर शिकंजा कसने के लिए अब जिले में लगाए जाने वाले नाकों पर वाहनों की जांच साफ्टवेयर की मदद से होगी। साफ्टवेयर से पता चलेगा कि वाहन चोरी का या उस पर सवार लोग कहीं आपराधिक छवि के तो नहीं। यह पता लगाना भी पुलिस के लिए आसान हो गया जाएगा।
एसएसपी ध्रुमन एच निबाले ने बैठक में बताया कि सीलिग प्वाइंटों पर तैनात पुलिस कर्मियों को डिजिटली अपडेट किया जा रहा है। वाहनों की डिटेल के लिए पुलिस विभाग द्वारा अब साफ्टवेयर का प्रयोग किया जाएगा। पुलिस आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सिस्टम (पीएआइएस) साफ्टवेयर बताएगा कि वाहन का स्टेटस क्या है। उन्होंने बताया कि सड़कों पर बिना कागजात वाहन ले जाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। एसएसपी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा क्रीमिनल रिकार्ड के लिए पाइस साफ्टवेयर तैयार किया गया है। अगर किसी व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज होता है तो उसका पूरा विवरण, बायोमीट्रिक व फोटो पाइस साफ्टवेयर पर अप्लोड हो जाएगी। नाके पर तैनात पुलिस कर्मियों को ऐसे लोगों की पहचान करना आसान हो जाएगा। एसपी (ट्रैफिक) बलजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि नशा तस्करों पर नकेल कसने के लिए सेकेंड लाइन आफ डिफेंस पर जिला पुलिस द्वारा 350 पुलिसकर्मी नाकाबंदी पर तैनात किए जा रहे हैं। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर वाहनों की जांच व जिले भर में पूरी मुस्तैदी बरतने के आदेश दिए गए हैं। बैठक में डीएसपी कमलजीत सिंह औलख, सुच्चा सिंह बल्ल, राजबीर सिंह, कुलजिदर सिंह, रमनदीप सिंह भुल्लर के अलावा विभिन्न थानों के प्रभारी व सीलिग प्वाइंटों पर तैनात अमला मौजूद रहा।