पाजिटिव आया तो बेटे से दूर रहने का दर्द हुआ, कोरोना को हराकर बेटे से खूब दुलार किया: एसएसपी
जनता की समस्याएं सुनते उनका निपटारा करना कानून व्यवस्था का जायजा लेने के लिए दिन-रात क्षेत्र में घूमना व पूरे दिन का शेड्यूल इतना बीजी रहता था कि छह अप्रैल को मुझे हल्की खांसी व बुखार आया।
संस, तरनतारन : जनता की समस्याएं सुनते उनका निपटारा करना, कानून व्यवस्था का जायजा लेने के लिए दिन-रात क्षेत्र में घूमना व पूरे दिन का शेड्यूल इतना बीजी रहता था कि छह अप्रैल को मुझे हल्की खांसी व बुखार आया। कोविड टेस्ट करवाया तो रिपोर्ट पाजिटिव आने पर खुद को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन कर लिया। यह कहना है एसएसपी ध्रुमन एच निबाले का।
हाल ही में कोरोना को मात देकर ड्यूटी पर लौटे एसएसपी निबाले ने बताया कि पुलिस की ड्यूटी बहुत अहम होती है। कई बार ऐसा भी समय आता है, जब 24 घंटे में छह घंटे आराम करना भी नसीब नहीं होता। उन्होंने दोनों डोज लगवा ली, परंतु बावजूद इसके छह अप्रैल को वह पाजिटिव आ गए। इससे उन्हें अपने छोटे बच्चे को खुद से दूर रखने की तकलीफ तो हुई, परंतु वह परमात्मा का नाम लेते हुए कोविड नियमों का पालन करते रहे। इसमें उनकी पत्नी श्वेता निबाले ने भी पूर्ण सहयोग दिया। एसएसपी बताते हैं कि रोज सुबह वह पहले रोज 24 किलोमीटर साइकिलिग करते थे। कोरोना के दौरान ज्यादा योग पर ध्यान दिया। इससे उन्हें मानसिक तौर पर बहुत मजबूती मिली और कोरोना को हराने में लाभदायक साबित हुई। वह इस दौरान जिले के हालात का संबंधित अधिकारियों से मोबाइल पर जायजा लेते रहे। जैसे ही 15वें दिन उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई, उन्होंने सबसे पहले वाहेगुरु का शुक्राना अदा किया और फिर अपने बेटे को गले लगाकर प्यार किया। अब वह फिर से लोगों के बीच ड्यूटी पर डट गए हैं। लोगों को संदेश: वैक्सीन जरूर लगवाएं
आइपीएस अधिकारी ध्रुमन एच निबाले कहते है कि वैक्सीनेशन की दोनों डोज लेने के बावजूद कोरोना पाजिटिव होने पर कभी नेगेटिविटी नहीं आनी चाहिए, बल्कि चेहरे पर मुस्कुराहट इतनी रहे कि कोरोना उसे देखकर दूर भाग जाए। प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि कोविड नियमों का पालन करने के साथ वैक्सीन जरूर लगवाए। ऐसा करने से देश कोरोनामुक्त हो जाएगा।