पट्टी हत्याकांड: एसआइटी को अब सौंपी गोलियों से छलनी कार
पट्टी हत्याकांड में शामिल गोलियों से छलनी यह कार शनिवार को स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) के हवाले कर दी गई है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : पट्टी में 27 मई को कार सवार गैंगस्टरों की ओर से गोलियां मारकर अमनदीप सिंह उर्फ फौजी और प्रभजीत सिंह उर्फ पूर्ण की हत्या कर दी गई थी। वहीं शमशेर सिंह उर्फ शेरा घायल हो गया था। घायल शेरा को जिस कार में डालकर उसे अस्पताल पहुंचाया गया था, उस पर भी हत्यारोपितों ने गोलियां दागी थीं। गोलियों से छलनी यह कार शनिवार को स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) के हवाले कर दी गई है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि कार अगर मौके पर हाथ लगती तो पुलिस के हाथों में ओर बहुत कुछ लग सकता था। यह भी कहा जाता है कि यह कार शिअद के एक नेता के ठिकाने पर छिपाई गई थी।
शेरा को कार में पहले अमृतसर के निजी अस्पताल ले जाया गया, जबकि कुछ दिनों बाद उसे चंडीगढ़ के पीजीआइ में दाखिल करवा दिया गया था। सूत्रों की मानें तो एक ही कार में अमनदीप उर्फ फौजी, प्रभजीत उर्फ पूर्ण, शमशेर उर्फ शेरा और गुरजंट उर्फ गौरी पीर बाबा की दरगाह पर नदोहर चौक गए थे। सुबह साढे़ छह बजे जब लौटने के लिए कार में बैठ रहे थे तो स्विफ्ट डिजायर कार मे आए आरोपितों ने गोलियां चलाकर फौजी और पूर्ण को मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया जबकि शेरा घायल हो गया था, जिसे कुछ लोगों ने कार भगाकर अस्पताल पहुंचाया। हमलावरों ने शेरा को भी मौत के घाट उतारने लिए उसकी कार का पीछा करते कई गोलियां दागी थीं। सूत्रों की मानें तो गोलीकांड में बाल-बाल बचे गुरजंट सिंह गौरी से एसआइटी ने पूछताछ कर ली है जबकि शेरा के बयान भी दर्ज कर लिए हैं। उधर, बार-बार मांगने पर भी फौजी का मोबाइल अभी तक उसके परिवार ने पुलिस को नहीं सौंपा। पुलिस को उम्मीद है की फौजी के मोबाइल में कई ऐसे नंबर हैं जो जांच को आगे बढ़ा सकते हैं। एसआइटी ने एसएसपी को एक रिपोर्ट शनिवार को सौंपी है।
एसआइटी के सदस्य डीएसपी (इन्वेस्टिगेशन) कमलजीत सिंह औलख कहते हैं कि अभी कार ही मिली है। कार में कितनी गोलियां लगीं, कार में क्या-क्या है यह जांच में सामने आएगा। यह भी पता लगाया जा रहा है कि कार इतने दिनों से कहां छिपाकर रखी गई थी।