पीठ दिखाकर भागने वाले ले रहे हैं चुनाव जीतने के सपने : संदीप
2017 के विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद पूर्व विधायक हरमीत सिंह संधू सियासी मैदान छोड़कर खडूर साहिब हलके में भाग गए थे।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : 2017 के विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद पूर्व विधायक हरमीत सिंह संधू सियासी मैदान छोड़कर खडूर साहिब हलके में भाग गए थे। परंतु चार वर्ष बाद उनको दोबारा तरनतारन हलके की चिता सताने लगी। इतिहास गवाह है कि हलके को पीठ दिखाने वाले नेता को दोबारा लोगों ने मुंह नहीं लगाया। यह कहना है विधायक के बेटे डा. संदीप अग्निहोत्री (महासचिव जिला कांग्रेस कमेटी) का। कैंपस आफिस में तरनतारन शहर की विभिन्न वार्डों से संबंधित पार्टी नेताओं से बैठक करते हुए अग्निहोत्री ने शहर के होने वाले विकास बाबत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि गुरु नगरी की नुहार बदलने, वर्करों में जोश भरने, शिक्षा, सेहत के क्षेत्र में सुधार लाने लिए विधायक डा. धर्मबीर अग्निहोत्री द्वारा प्रत्येक वर्कर को साथ लेकर काम किया जाता है। उन्होंने कहा कि 2017 में पूर्व विधायक हरमीत सिंह संधू को जिस तरह करारी हार दी गई थी। उसी तरह की हार आने वाले चुनाव में भी मिलनी है। क्योंकि चार वर्ष से संधू और उसकी टीम हलके से मुंह मोड़कर बैठी है। संदीप अग्निहोत्री ने दावा किया कि आने वाले दिनों में कई टकसाली अकाली परिवारों को कांग्रेस में शामिल किया जाएगा। इस मौके कश्मीर सिंह सिद्धू, सोनू दोदे, अमन सूद, सुरिदर सिंह मल्ली, परमजीत सिंह मल्ली, मनजीत सिंह ढिल्लों, अवतार सिंह तनेजा, साहिब सिंह मुरादपुरा, दीपक बौबी, मंगल दास मुनीम, मनोज अग्निहोत्री, बसंत लाल, शक्ति शर्मा, एसएस लौहका, संजीव मन्नण, रजिदर शर्मा ने कहा कि हरमीत सिंह संधू के बलबूते पर चुनाव जीतने का दावा करने वाले नगर कौंसिल के पूर्व अध्यक्ष भूपिदर सिंह खेड़ा और उनकी टीम गुरुनगरी से भाग चुकी है।