तरनतारन में आखिरी लोकेशन मिली थी आंतकी रणजीत राणा की, जानें गांव में किस काम के लिए जानते थे लोग.

अमृतसर में गिरफ्तार किए गए रणजीत सिंह राणा सोहल के मोबाइल काल की आखिरी लोकेशन तरनतारन में मंगलवार की दोपहर को ट्रेस हुई थी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 08:00 AM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 08:00 AM (IST)
तरनतारन में आखिरी लोकेशन मिली थी आंतकी रणजीत राणा की, जानें गांव में किस काम के लिए जानते थे लोग.
तरनतारन में आखिरी लोकेशन मिली थी आंतकी रणजीत राणा की, जानें गांव में किस काम के लिए जानते थे लोग.

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल (एसएसओसी) की टीम की ओर से दो हैंड ग्रेनेड और दो पिस्टल समेत अमृतसर में गिरफ्तार किए गए रणजीत सिंह राणा सोहल के मोबाइल काल की आखिरी लोकेशन तरनतारन के बोहड़ी चौक में मंगलवार की दोपहर को ट्रेस हुई और वहीं पर बंद हुई थी। गांव में समाज सेवक के तौर पर जाना जाता राणा सोहल किस आतंकी संगठन का हिस्सा है, यह पता लगाने लिए स्थानीय पुलिस के साथ खुफिया एजेंसियों जुट गई हैं।

थाना झब्बाल के गांव सोहल निवासी राणा तीन दिन पहले अमृतसर जिले के गांव रामपुर (झीते कलां) में अपने ममेरे भाई की मौत के बाद वहां गया था। गांव सोहल की आबादी 3700 के करीब है। राणा के पिता सरमुख सिंह के पास 15 किल्ले जमीन है। राणा का एक भाई कीर्तन करता है और छोटा भाई बारहवीं का छात्र है। रणजीत की कोई सगी बहन नहीं है। इस कारण परिवार ने रिश्तेदारों की लड़की को गोद ले रखा है। गांव में गरीब लड़कियों के विवाह करने, आंखों के कैंप लगाने, एतिहासिक दिनों पर लंगर लगाने वाला राणा सोहल खेमकरण हलके से संबंधित एक चर्चित धार्मिक डेरे से जुड़ा हुआ है। अधिकतर राणा उसी डेरे में रहता है। आम तौर पर निहंग सिंहों के वेश में रहने वाला रणजीत राणा के नाम पर लाइसेंसी राइफल भी है। कौम दे राखे ग्रुप में कौन लोग जुड़े, पुलिस कर रही जांच

तरनतारन जिले में आरोपित राणा सोहल के खिलाफ कोई एफआइआर दर्ज नहीं है। राणा सोहल ने अपनी फेसबुक आइडी पर हाथ में बंदूक पकड़ रखने वाली फोटो लगाई है जबकि प्रोफाइल को लॉक किया है। उसने कौम दे राखे नाम पर एक ग्रुप भी बना रखा है। इस ग्रुप में और कौन लोग शामिल है, इसका पता लगाने लिए खुफिया एजेंसियों द्वारा अपने स्तर पर काम किया जा रहा है। गांव सोहल में पुलिस आधा घंटा रही, पर परिवार से नहीं की पूछताछ

मंगलवार की रात को पुलिस की टुकड़ी ने गांव सोहल में दबिश दी। हालांकि टीम ने राणा के परिवार के किसी भी सदस्य से पूछताछ नहीं की। करीब आधा घंटा गांव में रहने के बाद पुलिस की टीम लौट गई। सब डिवीजन तरनतारन के डीएसपी बरजिदर सिंह कहते हैं कि राणा सोहल के खिलाफ जिले में कोई मुकदमा दर्ज नहीं है। फिर भी रिकार्ड खंगाला जा रहा है।

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