विद्यार्थियों का नतीजा रोकने के खिलाफ अभिभावकों का प्रदर्शन
गांव उस्मा स्थित पंजाब कालेज आफ ला के सामने अभिभावकों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के आदेशों के विरुद्ध विद्यार्थियों का यह कहते हुए नतीजा रोका जा रहा है कि उनकी 100 प्रतिशत फीस जमा नहीं हुई जबकि सरकार ने घोषणा की है कि कोरोना काल के चलते 70 प्रतिशत फीस ही वसूल की जाए।
जासं, तरनतारन : गांव उस्मा स्थित पंजाब कालेज आफ ला के सामने अभिभावकों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के आदेशों के विरुद्ध विद्यार्थियों का यह कहते हुए नतीजा रोका जा रहा है कि उनकी 100 प्रतिशत फीस जमा नहीं हुई, जबकि सरकार ने घोषणा की है कि कोरोना काल के चलते 70 प्रतिशत फीस ही वसूल की जाए। सच दा साथ संस्था के प्रदेश अध्यक्ष गुरदेव सिंह संधू ने कहा कि मनमर्जी से फीसों में बढ़ोतरी कर दी जाती है। कोरोना काल के चलते आर्थिक तंगी झेलने वाले अभिभावकों पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपने बच्चों की 100 प्रतिशत फीस जमा करवाएं। संधू ने कहा कि 100 प्रतिशत फीस जमा न करवाने वाले विद्यार्थियों का नतीजा रोक दिया जाता है। संधू ने आरोप लगाया कि इस बारे में मैनेजमेंट से संपर्क करने का प्रयत्न किया गया, कितु उन्होंने कोई सुनवाई नहीं की।
इस मौके पर जागीर कौर, रंजीत कौर, बलविदर कौर, हरवंत सिंह, कृपाल सिंह, मनविदर सिंह, गुरजीत सिंह, नवदीपपाल सिंह, कश्मीरी लाल, गुरिदरपाल सिंह, दीपक कुमार ने आरोप लगाया कि इस बारे में सरकारी आदेशों की कापी लेकर जिला शिक्षा अधिकारी को भी मिला गया है, परंतु उन्होंने कोई ठोस जवाब नहीं दिया। इसके चलते अभिभावक संघर्ष का रास्ता अपनाने के लिए मजबूर हैं। संस्था को बदनाम करने का हो रहा प्रयास : प्रिंसिपल वरिंदर सिंह
कालेज के प्रिसिपल वरिदर सिंह कहते हैं कि मैनेजमेंट की ओर से मनमर्जी से कोई फीस नहीं बढ़ाई जा रही और न ही किसी विद्यार्थी का नतीजा रोका जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि धरने पर वह लोग बैठे हैं जिनके बच्चे इस कालेज में नहीं पड़ते। संस्था को बदनाम करने के प्रयत्न किए जा रहे है।
मैनेजमेंट से बातचीत की जा रही
है : जिला शिक्षा अधिकारी
जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) सतनाम सिंह बाठ ने कहा कि मामला अभी ध्यान में आया है। इस बारे में संबंधित मैनेजमेंट से बातचीत की जा रही है।