अवैध खनन रोकने के लिए अब कैमरों से नजर रखेगी पुलिस
जिले में अवैध तौर पर माइनिग के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसमें पुलिस और सिविल प्रशासन की अकसर फजीहत होती है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : जिले में अवैध तौर पर माइनिग के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसमें पुलिस और सिविल प्रशासन की अकसर फजीहत होती है। माइनिग करने वाले लोग सत्तारुढ़ पार्टी से होते हैं। इस कारण पुलिस पर अकसर उन पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगते रहे हैं। दैनिक जागरण की ओर से कई बार मामला उठाया गया है। इसके बाद अब पुलिस द्वारा अब अवैध खनन वाले इलाकों यानी दरिया के पास सीसीटीवी कैमरे (तीसरी आंख) से नजर रखी जाएगी।
एसएसपी ध्रुमन एच निबाले ने अवैध माइनिग करने वाले माफिया पर नकेल कसने के लिए एरिया मैपिग करवाकर सीसीटीवी कैमरे लगवाने की कवायद शुरू कर दी है। एसएसपी ने उन क्षेत्रों का दौरा किया, जहां पर अवैध माइनिग के मामले लगातार सामने आ रहे है। सूत्रों की मानें तो थाना वैरोंवाल, गोइंदवाल साहिब, सदर पट्टी, हरिके पत्तन, वल्टोहा, चोहला साहिब, भिखीविड व खेमकरण के क्षेत्र में अवैध माइनिग की शिकायतें आम मिलती हैं। इन क्षेत्रों की पंचायतों के साथ बैठकें करके एसएसपी निबाले ने रोड मैपिग के माध्यम से 24 घंटे नाकाबंदी करने के आदेश दिए हैं। साथ ही जिले के 15 सांझ केंद्रों में पब्लिक सेवाओं के दौरान एकत्रित होने वाली राशि को सीसीटीवी कैमरों पर खर्च करने का फैसला किया है। एसएसपी ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे दो सप्ताह के भीतर लगाने का लक्ष्य है। जिन क्षेत्रों में अवैध माइनिग होती है, वहां पर ऊंचे पोल लगाकर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इस मौके डीएसपी सुच्चा सिंह बल्ल, कुलजिदर सिंह, राजबीर सिंह, रमनदीप सिंह भुल्लर भी मौजूद थे। थानों के अलावा एसपी और डीएसपी रैंक के अधिकारी रखेंगे नजर
एसएसपी ध्रुमन एच निबाले ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों का कंट्रोल संबंधित थानों में होगा। एसपी रैंक के अधिकारियों को थाना प्रभारी रोज रिपोर्ट करेंगे। सब डिवीजन स्तर पर डीएसपी रैंक के अधिकारी भी जांच करते रहेंगे। सीसीटीवी में अवैध माइनिग करता अगर कोई आरोपित मिला तो पुलिस कार्रवाई न होने पर थाना प्रभारी सीधे तौर पर जवाबदेह होगा। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे की तरह अब थाना प्रभारी पूरी तरह एक्टिव रहेंगे। पंचायतें भी रखेंगी नजर, लिक सड़कों पर होगी नाकाबंदी
एसएसपी ध्रुमन एच निबाले कहते हैं कि इसमें पंचायतों की भी मदद ली जाएगी। अवैध माइनिग के लिए बदनाम गांवों की लिक सड़कों पर भी नाकाबंदी करने के लिए आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि एक मई से लेकर अब तक अवैध माइनिग के मामले में 70 मामले दर्ज करके 87 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि रेत से भरी ट्राली-ट्रैक्टर, ट्रक, टिप्पर आदि दिखाई देने पर तुरंत उसे रोककर जांच की जाएगी।