कार की तलाश में पुलिस इंस्पेक्टर ने थर्मोकोल बाक्स देखा तो आतंकी बोला- ध्यान से पकड़ना, इसमें बम है..

सीमावर्ती गांव भगवानपुरा के पास बुधवार की रात को खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) से जुड़े तीन आतंकियों के पकड़े जाने से बड़ी साजिश विफल हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 06:00 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 06:00 AM (IST)
कार की तलाश में पुलिस इंस्पेक्टर ने थर्मोकोल बाक्स देखा तो आतंकी बोला- ध्यान से पकड़ना, इसमें बम है..
कार की तलाश में पुलिस इंस्पेक्टर ने थर्मोकोल बाक्स देखा तो आतंकी बोला- ध्यान से पकड़ना, इसमें बम है..

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : सीमावर्ती गांव भगवानपुरा के पास बुधवार की रात को खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) से जुड़े तीन आतंकियों के पकड़े जाने से बड़ी साजिश विफल हो गई। इनसे पूछताछ में सामने आया है कि राज्य के बड़े शहरों के सार्वजनिक स्थलों, धार्मिक स्थलों के अलावा कुछ सियासी नेता भी आतंकियों की हिट लिस्ट पर थे।

सोमवार की रात को असलहा और गोला बारूद की बड़ी खेप पाक की ओर से पंजाब भेजी गई थी। खेमकरण सेक्टर के धर्मा पोस्ट के पास बीएसएफ की 103 बटालियन के जवानों ने सोमवार की रात को 12.20 मिनट से लेकर 12.24 मिनट के बीच दो ड्रोन पाक लौटते देखे थे। कंटीली तार से 400 फीट की ऊंचाई पर इन ड्रोनों को देखकर फायरिग भी की गई थी। उसके बाद से पुलिस भी अलर्ट पर थी। सोमवार की रात को दो ड्रोनों के माध्यम से पहुंची खेप का हिस्सा लेने के लिए मोगा जिले से संबंधित तीन आतंकी कुलविदर सिंह उर्फ किदा, कंवलप्रीत सिंह उर्फ मान, कंवरपाल सिंह उर्फ कौली कार में तरनतारन आए थे, जिनको तरनतारन की पुलिस ने दबोच लिया।

विधानसभा हलका खेमकरण के गांव भगवानपुरा के पास बुधवार की रात को 11 बजकर 11 मिनट पर इंस्पेक्टर नवदीप सिंह भट्टी द्वारा जब नाकाबंदी के दौरान कार को घेरा गया तो आतंकियों ने पुलिस पार्टी को चकमा देने का प्रयास किया। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नवदीप भट्टी जब आगे बढ़े तो पिस्टल निकाल उनको शूट करने का यत्न किया गया। इंस्पेक्टर भट्टी ने बताया कि उन्होंने होशियारी से एक आतंकी से पिस्टल छीना और अपना बचाव किया। फिर तीनों को काबू कर लिया गया। उनकी कार की तलाशी शुरू की तो सबसे पहले थर्मोकोल में लपेटी सामग्री पुलिस के हाथ लगी। जैसे ही वह उसे देखने लगे तो तुरंत आतंकी कंवलप्रीत सिंह बोला, ध्यान से पकड़ना, इसमें बम है, कहीं फट न जाए। ये सुनकर इंस्पेक्टर नवदीप तुरंत सतर्क हो गए और उनको टीम सहित काबू कर लिया। फिर एसएसपी उपिदरजीत सिंह घुम्मण को सूचित किया। इसके बाद एसपी जगजीत सिंह वालिया, बलजीत सिंह ढिल्लों, गुरबाज सिंह, गुरप्रीत सिंह सिकंद मौके पर पहुंचे और बम रोधक टीम को बुलाया गया। एसएसपी उपिदरजीत सिंह घुम्मण कहते हैं कि आरोपितों को रिमांड पर लेकर अभी तफ्तीश की जा रही है। पढ़ाई के लिए कनाडा गया था कंवरपाल, वहीं से केटीएफ के संपर्क में आया

जांच में यह भी सामने आया है कि कंवरपाल सिंह उर्फ कौली स्टडी बेस पर वर्ष 2017 में कनाडा गया था। दो सप्ताह पहले ही वह भारत लौटा था। कौली ने पूछताछ में बताया कि कनाडा में उसका संपर्क खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के मुखी हरदीप सिंह निज्जर के साथ हुआ था। कौली को कंवलप्रीत सिंह ने निज्जर के साथ फोन पर बातचीत करके जानपहचान करवाई थी। लगातार पकड़े जा रहे टिफिन बम

आठ अगस्त को अमृतसर देहाती पुलिस ने गांव डालेके के पास टिफिन बम के साथ पांच हैंड ग्रेनेड बरामद किए थे। 20 अगस्त को फगवाड़ा में दो हैंड ग्रनेड, एक टिफन बम और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी। तीसरा टिफिन बरामद तेल के टैंकर को उड़ाने में इस्तेमाल किया गया था। चौथा टिफिन बम 18 सितंबर को फाजिल्का के गांव धर्मापुरा के खेतों में बरामद किया गया था। अब इन आरोपितों से दो टिफिन बमों के अलावा दो हैंड ग्रेनेड, 9 एमएम के तीन पिस्टल और कारतूस बरामद किए गए हैं। 19 अगस्त को श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार जसवीर सिंह रोडे के बेटे गुरमुख सिंह को टिफन बम समेत कपूरथला पुलिस ने काबू किया था। गौर हो कि रोडे का गांव मोगा जिले से संबंधित है। जबकि खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) से संबंधित यह तीनों आतंकी भी मोगा जिला से संबंधित है। ऐसा लगता है कि जैसे टिफन बम ब्लास्ट करने के लिए मोगा जिले से संबंधित युवाओं को पाक द्वारा अपने हाथों में लिया गया हो।

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